Tokyo Olympics 2020: टोक्यो ओलंपिक के दौरान पहलवान विनेश फोगाट पर अनुशासनहीनता का आरोप लगा था. इसके चलते भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) ने विनेश को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है. महासंघ कथित तौर पर खेलों में अनुशासनहीनता के लिए पहलवान विनेश से नाराज है. फोगाट ने खेल गांव में रहने और अन्य भारतीय टीम के सदस्यों के साथ प्रशिक्षण से इनकार कर दिया था. उनकी मुख्य कोच कुलदीप मलिक से भी बहस हुई थी.
16 अगस्त तक देना होगा नोटिस का जवाब
डब्ल्यूएफआई के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक विनेश को डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के द्वारा जारी नोटिस का जवाब देने के लिए 16 अगस्त तक का समय दिया गया है. अधिकारी ने कहा, ऐसे तीन मुद्दे हैं जिन पर डब्ल्यूएफआई ने विनेश से जवाब मांगा है. पहला उन्होंने टीम के सदस्यों के साथ रहने से इनकार क्यों कर दिया. दूसरा उन्होंने अन्य खिलाड़ियों के साथ प्रशिक्षण क्यों नहीं लिया. तीसरा उन्होंने भारतीय दल को प्रायोजित करने वाले ब्रांडों का नाम नहीं पहना, बल्कि नाइके का लोगो पहना था.
राष्ट्रीय और घरेलू प्रतियोगिताओं में नहीं ले सकतीं हिस्सा
अधिकारी ने कहा, "हमारे अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह वास्तव में उनके नखरे से परेशान थे. मुझे लगता है कि उन्हें इस सबके बजाय अपने प्रशिक्षण पर ध्यान देना चाहिए. उन्हें अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है और सभी कुश्ती गतिविधियों से रोक दिया गया है. वह किसी भी राष्ट्रीय या अन्य घरेलू प्रतियोगिता में प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकती हैं. जब तक वह जवाब दाखिल नहीं कर देती और डब्ल्यूएफआई अंतिम फैसला नहीं कर लेता."
पिछले साल भी महासंघ और विनेश आए थे आमने-सामने
विनेश ने शीर्ष पदक के दावेदार के रूप में ओलंपिक खेलों में प्रवेश किया था, लेकिन बेलारूस की वेनेसा कलादजि़ंस्काया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा. यह पहली बार नहीं था जब विनेश और डब्ल्यूएफआई आमने-सामने आए हैं. पिछले साल नेशनल्स में विनेश ने कोविड के डर का हवाला देते हुए भाग लेने से इनकार कर दिया था.
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