Tokyo Olympics: ओलंपिक में भारत के मेडल की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है. भारतीय महिला मुक्केबाज पूजा रानी को क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा. उन्हें इस मुकाबले में चीन की किआन ली के हाथों 0-5 से शिकस्त मिली. पूजा ओलंपिक में पदक हासिल करने से एक कदम दूर थीं, लेकिन चीनी खिलाड़ी ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया. 


किआन ने उन्हें एकतरफा मुकाबले पराजित कर दिया और पूजा के हार के साथ ही उनसे पदक लाने की उम्मीद धूमिल हो गई. किआन पहले राउंड से ही पूजा पर हावी रहीं और उन्होंने पांचों जजों को तीनों राउंड में काफी प्रभावित किया. किआन को पांचों जजों ने तीनों राउंड में 10-10 अंक दिए. पूजा को पहले दो राउंड में पांचों जजों से नौ-नौ अंक मिले जबकि तीसरे राउंड में एक जज को छोड़कर अन्य चार ने उन्हें नौ-नौ अंक दिए और एक एक जज ने आठ अंक दिए. 


पूजा का यह पहला ओलंपिक था और अपने डेब्यू ओलंपिक में ही वह पदक हासिल करने से एक कदम दूर थीं. अगर वह यह मुकाबला जीत जातीं तो देश के लिए कम से कम कांस्य पदक पक्का कर लेतीं. रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता किआन पहले राउंड से ही पूजा पर हावी रहीं. पूजा के पास एमसी मैरीकोम, विजेंदर सिंह और लवलीन बोर्गोहेन के बाद मेडल वाली चौथी ऐसी मुक्केबाज बनने का अवसर था, जिससे वे चूक गईं.


भारतीय मुक्केबाजी के लिये शनिवार का दिन निराशाजनक रहा जिसमें दुनिया के नंबर एक मुक्केबाज अमित पंघाल (52 किग्रा) प्री क्वार्टर फाइनल में सुबह रियो ओलंपिक के रजत पदक विजेता कोलंबिया के युबेरजेन मार्तिनेज से 1 . 4 से हार गये. शीर्ष वरीयता प्राप्त पंघाल का यह पहला ओलंपिक था और उन्हें पहले दौर में बाई मिली थी.


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