Tokyo Olympics: भारतीय बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधू ने आज टोक्यो ओलंपिक के महिला सिंगल्स मुकाबलों में जीत से शुरुआत की. सिंधु ने इस एकतरफा मुकाबले में इजराइल की केसेनिया पोलिकारपोवा को महज 28 मिनट में ही 21-7, 21-10 से मात दी. अपनी इस जीत के बाद सिंधु ने कहा कि वो पिछले पांच साल से अपनी आक्रामकता और तकनीक पर काम कर रही थी.
मैच के बाद सिंधु ने कहा, "मानसिक, शारीरिक और अनुभव के लिहाज से काफी कुछ बदल गया है. यहां टोक्यो ओलंपिक में आना पूरी तरह से अलग है. रियो में 2016 में खेले गए पिछले ओलंपिक के दौरान किसी तरह की अपेक्षाएं नहीं थी." साथ ही उन्होंने कहा, "मैं जानती हूं कि इन वर्षों में मैंने कड़ी मेहनत की है और मुझे लगता है कि अब उसे दिखाने का समय आ गया है. मैं अपनी आक्रामकता और तकनीक पर काम कर रही हूं और आपको इन खेलों के दौरान निश्चित तौर पर अलग तरह की सिंधू देखने को मिलेगी."
सिंधु ने टोक्यो को बताया नई शुरुआत
ओलंपिक में छठी वरीयता प्राप्त सिंधू ने कहा, "रियो में वो पदक जीतना शानदार था. टोक्यो एक नयी शुरुआत है. हर दिन के लिये तैयार रहना महत्वपूर्ण है क्योंकि आप उम्मीद नहीं कर सकते कि आप फिर से पदक विजेता बनेंगे. यहां मुकाबला आसान नहीं होगा. हर एक खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का प्रयास करेगा और कोई भी आपको आसानी से नहीं जीतने देगा."
बता दें कि, पांच साल पहले तक सिंधू को पदक का दावेदार नहीं माना जाता था लेकिन उन्होंने रियो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करके रजत पदक जीता था. अब टोक्यो में इस 26 वर्षीय खिलाड़ी को भारत की तरफ से स्वर्ण पदक की सबसे बड़ी उम्मीद माना जा रहा है. कोच पुलेला गोपीचंद थे जिन्होंने रियो खेलों से पहले उन्हें आक्रामक खिलाड़ी के रूप में तैयार किया.
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