Tokyo Olympic 2020: टोक्यो ओलंपिक 2020 में आज का दिन यानी पांच अगस्त भारत के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ. सुबह पहले भारतीय हॉकी टीम ने 41 साल के सूखे को खत्म कर ब्रॉन्ज मेडल जीता और फिर शाम के वक्त कुश्ती में पहलवान रवि दहिया ने सिल्वर मेडल जीता. इसके अलावा गोल्फ में भी भारत के लिए अच्छी खबर है. 23 साल की गोल्फर अदिति अशोक दूसरे राउंड के बाद दूसरे नंबर पर चल रही हैं और मेडल की उम्मीद जगाए हुए हैं. 


भारत के लिए आज का दिन दोहरी खुशियां लेकर आया, जिसमें पुरुष हॉकी टीम ने कांस्य पदक (ब्रॉन्ज मेडल) जीतकर मॉस्को से शुरू हुआ 41 साल का इंतजार खत्म किया तो पहलवान रवि कुमार दहिया ने देश को टोक्यो ओलंपिक में दूसरा (सिल्वर मेडल) रजत पदक दिलाया. 


रवि दहिया पुरुषों के 57 किग्रा भार वर्ग में रूसी ओलंपिक समिति के मौजूदा विश्व चैंपियन जावुर युगुएव से 4-7 से हार गये, जिससे उनकी देश के सबसे युवा ओलंपिक चैंपियन बनने की उम्मीद भी पूरी नहीं हो सकी. 23 वर्षीय दहिया इससे पहले युगुएव से 2019 में विश्व चैंपियनशिप में भी नहीं जीत पाये थे. 


दहिया कुश्ती में ओलंपिक रजत पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय पहलवान बन गये हैं और यह भारत का कुश्ती में कुल छठा पदक है. हत्या के आरोप में अभी जेल की सजा काट रहे सुशील कुमार ने लंदन ओलंपिक 2012 में रजत पदक जीता था. 


टोक्यो खेलों में इस तरह भारत ने पांच पदक जीत लिये है। भारोत्तोलन में मीराबाई चानू ने देश को पहला सिल्वर जबकि बैडमिंटन में पीवी सिंधू और मुक्केबाजी में लवलीना बोरगोहेन ने ब्रॉन्ज मेडल (कांस्य पदक) जीते. भारत अभी पदक तालिका में 65वें स्थान पर है. 


विनेश फोगाट और दीपक पूनिया का सपना रहा अधूरा 


हालांकि, पदक की उम्मीद मानी जा रही विनेश फोगाट और दीपक पूनिया का ‘पोडियम’ पर पहुंचने का सपना पूरा नहीं हो पाया. भारत को कुश्ती में पूनिया और विशेषकर महिला वर्ग में विनेश से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन ये दोनों पदक जीतने में नाकाम रहे. पूनिया को पुरुषों के 86 किग्रा के प्ले-ऑफ में सैन मरिनो के माइलेस नज्म अमीन के खिलाफ बढ़त बनाने के बावजूद हार झेलनी पड़ी. सैन मारिनो के पहलवान ने उन्हें अंतिम 10 सेकेंड में पटखनी देकर यह मुकाबला जीता. दीपक का डिफेंस पूरे मुकाबले के दौरान शानदार था. लेकिन सैन मरिनो के पहलवान ने मुकाबले के अंतिम क्षणों में भारतीय पहलवान का दायां पैर पकड़कर उन्हें गिराकर निर्णायक दो अंक हासिल किये. 


पदक की प्रबल दावेदार विनेश को महिलाओं के 53 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल में बेलारूस की वेनेसा कालादजिन्सकाया ने चित्त करके बाहर किया. विनेश के पास वेनेसा के मजबूत डिफेंस का कोई जवाब नहीं था. वेनेसा ने इसके साथ ही इस साल युक्रेन में भारतीय खिलाड़ी के खिलाफ इसी तरह की शर्मनाक हार का बदला चुकता कर दिया. विनेश ने तब वेनेसा को गिराकर ‘बाय फॉल’ से जीत दर्ज की थी. 


अंशु मलिक भी हुईं बाहर


युवा अंशु मलिक 57 किग्रा वर्ग में रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता रूस की वालेरा कोबलोवा के खिलाफ रेपेशॉज मुकाबले में 1-5 की हार के साथ पदक की दौड़ से बाहर हो गई.


बजरंग पूनिया से है गोल्ड की उम्मीद 


भारत की स्वर्ण पदक की उम्मीद अब बजरंग पूनिया पर टिकी है जो शुक्रवार को किर्गीस्तान के अरनजार अखमातालीव से भिड़ेंगे. महिलाओं में अब केवल सीमा बिस्ला को ही मुकाबले में उतरना है. वह 50 किग्रा में ट्यूनीशिया की सारा हमदी के खिलाफ शुरुआत करेगी. 


गोल्फ में महिला गोल्फर अदिति अशोक ने दूसरे दिन में शानदार प्रदर्शन जारी रखा जिससे वह संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर चल रही हैं. 23 साल की गोल्फर ने दूसरे दौर में पांच बर्डी से पांच अंडर 66 का कार्ड खेला जिससे उनका कुल स्कोर नौ अंडर 133 है. एक अन्य भारतीय गोल्फर दीक्षा डागर संयुक्त 53वें स्थान पर चल रही हैं. 


एथलेटिक्स में भारत के संदीप कुमार अच्छी शुरुआत के बाद पिछड़ने के कारण 20 किमी पैदल चाल स्पर्धा में 23वें स्थान पर रहे जबकि अनुभवी केटी इरफान और राहुल ने भी निराश करते हुए क्रमश: 47वां और 51वां हासिल किया.