Vinesh Phogat News in Hindi: 2024 पेरिस ओलंपिक खत्म हो चुका है. इस बार कुल 84 देशों ने खेलों के इस महाकुंभ में मेडल जीते. USA 126 मेडल के साथ पदक तालिका में शीर्ष पर रहा. वहीं भारत 6 मेडल के साथ 71वें स्थान पर रहा. हालांकि, भारत के सात मेडल हो सकते थे, लेकिन स्टार पहलवान विनेश फोगाट फाइनल से पहले 100 ग्राम वजन ज्यादा होने की वजह से डिसक्वालीफाई हो गई थीं. अब खबर है कि विनेश फोगाट मामले के बाद यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) पहलवानों के वजन मापने के नियम में बदलाव करने जा रहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) पहलवानों के वजन मापने के नियम में बदलाव कर सकता है. हालांकि, अभी ये सामने नहीं आया है कि नियम में क्या बदलाव होंगे, और नया नियम किस तरह से काम करेगा. बता दें कि नियमों में बदलाव होने से विनेश फोगाट को इसका फायदा नहीं मिलेगा, क्योंकि नया नियम अगले टूर्नामेंट से लागू होगा.
जानें क्या बोले यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के चीफ?
इंडिया टुडे से बातचीत में यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के चीफ नेनाद लालोविक ने कहा, "हमें नियमों का सम्मान करना चाहिए. विनेश फोगाट के साथ जो कुछ हुआ, मुझे उसका काफी दुख है. लेकिन नियम तो नियम है, और वो सबके लिए है. ऐसे पहलवान को शामिल नहीं किया जा सकता है, जो वजन के हिसाब से ज्यादा है."
जानें ओलंपिक में कुश्ती के लिए क्या हैं नियम
हर पहलवान का इवेंट की सुबह वजन मापा जाता है. वजन मापने के साथ पहलवान का मेडिकल चेक-अप भी होता है. वजन मापने के दौरान पहलवान को सिर्फ एक सिंगलेट जर्सी में होना चाहिए, जो वो कुश्ती के दौरान पहनकर कर आएगा या आएगी.
मेडिकल टेस्ट के दौरान पहलवानों के नाखून भी चेक किए जाते हैं. नाखून का बारीखी से कटा होना अनिवार्य है. अगर पहलवान ने सही कपड़े नहीं पहने हैं तो रेफरी उसका वजन नहीं मापेगा. अगर कोई पहलवान वजन मापने के समय नहीं आता है तो फिर उसे प्रतियोगिता (टूर्नामेंट) से बाहर कर दिया जाएगा.
अगर कोई पहलवान कुश्ती के दौरान चोटिल हो जाता है तो फिर अगले मैच से पहले उसका वजन मापा नहीं जाएगा. उसकी वही रैंक जारी रहेगी. अगर फाइनल से पहले ऐसा होता है तो फिर पहलवान बिना खेले ही पदक पा जाएगा. यानी अगर विनेश फोगाट सेमीफाइनल मैच में चोटिल हो जातीं तो फिर उन्हें फाइनल से बाहर होने पर भी सिल्वर मेडल मिलता.