Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक्स 2024 करीब आ रहे हैं, जिनकी शुरुआत 26 जुलाई से होगी और ये 11 अगस्त तक जारी रहेंगे. पिछली बार हुए टोक्यो ओलंपिक्स पर नजर डालें तो भारतीय एथलीटों ने कुल 7 पदक जीते थे. नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) भारतीय दल से स्वर्ण पदक जीतने वाले अकेले एथलीट रहे. वहीं 2 एथलीटों ने रजत और 4 ने कांस्य पदक जीता था. इतिहास पर गौर करें तो भारत ने आज तक कुल 35 पदक जीते हैं. मगर आप ये नहीं जानते होंगे कि गोल्ड मेडल, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले एथलीटों को ईनाम के तौर पर भारत सरकार कितने पैसे देती है.


क्या ओलंपिक संघ देता है ईनाम?


यह केवल एक मिथक है कि अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक संघ, ओलंपिक खेलों में पदक जीतने वाले एथलीटों को प्राइज़ मनी देता है. ओलंपिक संघ की ओर से एथलीटों को कोई पैसा नहीं मिलता है, लेकिन कोई देश या राज्य सरकार अपनी ओर से ईनाम के तौर पर एथलीटों को इनामी राशि दे सकती है.


भारतीय एथलीटों के लिए इनामी राशि


ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाले एथलीटों को 75 लाख रुपये देती है. सिल्वर मेडल जीतने वाले को 50 लाख और ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले को 30 लाख रुपये ईनाम के तौर पर मिलते हैं. दूसरी ओर भारत में राज्य सरकार अपनी ओर से किसी एथलीट को अलग से ईनाम दे सकती है. इसके अलावा स्वर्ण पदक जीतने वाले एथलीट को अक्सर सरकारी नौकरी की पेशकश भी दी जाती है.


उदाहरण के तौर पर नीरज चोपड़ा ने 2020 टोक्यो ओलंपिक्स में जेवलिन थ्रो स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता था. चूंकि वो हरियाणा से आते हैं, इसलिए ओलंपिक्स में इतिहास रचने के लिए उन्हें केंद्र सरकार से 75 लाख, वहीं राज्य (हरियाणा) सरकार ने उन्हें 6 करोड़ रुपये की इनामी राशि और एक कैटेगरी-1 सरकारी नौकरी दी थी. वहीं पिछली बार ब्रॉन्ज मेडल जीतने के लिए पीवी सिंधु को ना केवल आंध्र प्रदेश सरकार बल्कि BCCI ने भी ईनाम दिया था.


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