Indian Athlete with Most Olympic Medals: पूरे विश्व में इन दिनों पेरिस ओलंपिक्स 2024 की तैयारियां चल रही हैं, जिसमें भारत के 120 से भी अधिक एथलीट्स दावेदारी पेश करने वाले हैं. इस बार नीरज चोपड़ा से लेकर पीवी सिंधू और चिराग शेट्टी-सात्विकसाईराज रेड्डी की जोड़ी से भी मेडल की पूरी उम्मीदें हैं. मगर ओलंपिक खेलों का इतिहास एक सदी से भी पुराना रहा है और 1947 में आजादी मिलने से पूर्व भी भारत ने खूब सारे मेडल जीते थे. क्या आप जानते हैं कि वह कौन सा भारतीय एथलीट है जिसने सबसे ज्यादा ओलंपिक मेडल जीते हैं?


उधम सिंह ने जीते 4 पदक (फील्ड हॉकी)


फील्ड हॉकी की ओलंपिक खेलों में एंट्री 1908 में हुई थी. मगर भारत के ओलंपिक में सबसे ज्यादा मेडल जीतने वाले एथलीट उधम सिंह हैं, जिन्होंने 3 स्वर्ण और एक रजत पदक समेत ओलंपिक में कुल 4 मेडल जीते. उधम सिंह भारतीय हॉकी टीम के लिए सेंटर फॉरवार्ड पोजीशन पर खेलते थे और उन्होंने 1952 में अपना पहला ओलंपिक पदक जीता. उसके बाद भारत ने 1956 में अपने स्वर्णिम सफर को जारी रखा, लेकिन 1960 में भारत को रजत पदक से संतोष करना पड़ा था. उधम सिंह लगातार 3 ओलंपिक में 3 पदक जीत चुके थे. उधम सिंह ओलंपिक में आखिरी बार भारतीय टीम के ईईए 1964 में खेले और इस बार उन्होंने अपनी टीम को स्वर्ण पदक जिताने में अहम योगदान दिया. आज 60 साल बाद भी इस मामले में उधम सिंह को कोई पीछे नहीं छोड़ पाया है .


ब्रिटिश राज में भी एक एथलीट ने जीते 4 पदक


बता दें कि 1947 से पूर्व जब भारत और पाकिस्तान अलग नहीं हुए थे, तब एथलीट ओलंपिक्स में ब्रिटिश एंपायर का प्रतिनिधित्व किया करते थे. चूंकि फील्ड हॉकी में दक्षिण एशियाई देशों ने दबदबा बनाया हुआ था और उस समय अंग्रेज, भारतीय और आज के पाकिस्तानी भी एक ही टीम से खेला करते थे. उधम सिंह के अलावा लेसली क्लॉडियस भी फील्ड हॉकी से जुड़े हुए थे. उन्होंने भारत में ब्रिटिश एंपायर का प्रतिनिधित्व करते हुए कुल 4 मेडल अर्जित किए थे, जिनमें 3 स्वर्ण और एक रजत पदक शामिल रहा. क्लॉडियस ने 1948 से लेकर 1960 के बीच ये 4 पदक जीते थे.


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