Why Vinesh Phogat Case Dismissed: विनेश फोगाट मामले में CAS ने 16 अगस्त को फैसले की तारीख तय किया था. मगर खेलों की मध्यस्थता करने वाले न्यायालय ने 14 अगस्त को ही भारतीय पहलवान के केस को खारिज कर दिया है. अब विनेश का साथ देने के लिए पेरिस गए वकील विदुष्पत सिंघानिया (Vidushpat SInghania) ने इस विषय पर चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने बताया कि आखिर केस को खारिज क्यों कर दिया गया?
क्यों खारिज हुआ केस?
विनेश फोगाट के वकील विदुष्पत सिंघानिया ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि केस को खारिज किए जाने पर अभी तक कोई डिटेल जारी नहीं की गई है. अब तक CAS की ओर से एक लाइन का ही स्टेटमेंट जारी हुआ है, जिसमें कहा गया कि विनेश की अपील को खारिज किया जाता है. फैसले में इतना समय क्यों लगा और क्यों केस को खारिज किया गया है, अब तक वकीलों को भी इस बात की जानकारी नहीं है.
वकील विदुष्पत ने आगे कहा, "जहां तक 16 अगस्त को फैसला आने की बात थी. 16 अगस्त की तारीख को एक लिमिट मानकर सेट किया गया था और हम जानते थे कि उससे पहले कभी भी फैसला आ सकता था. हमें इस फैसले पर हैरानी और निराशा भी हुई है."
क्या सारी उम्मीद हो गई खत्म?
अगले 10-15 दिनों में इस फैसले की पूरी डिटेल उजागर कर दी जाएगी, जिसमें यह भी लिखा होगा कि जज ने यह फैसला किस आधार पर सुनाया है. लोगों को आशा थी कि विनेश को सिल्वर मेडल मिलेगा, लेकिन CAS द्वारा केस खारिज किए जाने के बावजूद भारतीय पहलवान को मेडल मिलने की उम्मीद खत्म नहीं हुई है. विनेश के वकील ने बताया कि जब सारी डिटेल आ जाएंगी तब उसके 30 दिन बाद तक दोबारा अपील की जा सकती है.
किस कोर्ट में फैसले को दे सकते हैं चुनौती?
कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS), खेलों से जुड़े मामलों में मध्यस्थता करता है. चूंकि अब विनेश को यहां से न्याय नहीं मिल पाया है, इसलिए वो अब स्विट्जरलैंड में स्थित 'स्विस फेडरल ट्राइब्यूनल' कोर्ट में CAS के फैसले को चुनौती दे सकती हैं. विदुष्पत सिंघानिया ने बताया कि उनके साथ सीनियर वकील के रूप में हरीश साल्वे हैं और उनके साथ फैसले को चुनौती देने की अपील पर काम किया जाएगा.
यह भी पढ़ें: