Tokyo Olympics 2020: टोक्यो में चल रहे ओलंपिक खेलों से भारत को कुश्ती में बेहद अच्छी खबर मिली है. भारत के बजरंग पूनिया अब गोल्ड मेडल से सिर्फ दो कदम दूर रह गए हैं. बजरंग पुनिया अपने ईरानी प्रतिद्वंद्वी पर शानदार जीत के साथ 65 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा के सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं. 


माकुहारी मेसे हॉल-ए, मैट-ए पर हुए क्वार्टर फाइनल मैच में बजरंग ने ईरान के मुतर्जा घियासी चेका को 2-1 से हराया. टोक्यो में भारत के लिए पदक के दावेदार बजरंग को विक्ट्री बाई फॉल के आधार पर जीत मिली.


पहले पीरियड की समाप्ति के बाद एशियाई खेल चैम्पियन बजरंग 0-1 से पीछे थे लेकिन दूसरे क्वार्टर में 2 अंक लेकर वह 2-1 से आगे हो गए. अंतिम एक मिनट में बजरंग ने अपना दांव खेला और ईरानी पहलवान को चित्त कर दिया.


बजरंग पूनिया ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में एक ही मूव में ईरान के मुर्तजा को मात दी. बजरंग पूनिया ने मैच के आखिरी एक मिनट तक पिछड़ने के बावजूद दिखा दिया कि क्यों वो इस कैटेगरी में मेडल के सबसे तगड़े दावेदार हैं.


मजबूत डिफेंस से मिली जीत


इससे पहले, बजरंग एक मुश्किल जीत के साथ 65 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में पहुंचे थे. इस मुकाबले में बजरंग का सामना किर्गिस्तान के इरनाजार अकमातालेव से था. अंतिम स्कोर 3-3 रहा लेकिन चूंकी वह पहले पीरियड में अधिक अंक जुटाने में सफल रहे, लिहाजा विजेता करार दिए गए. पहले पीरियड की समाप्ति तक बजरंग 3-1 से आगे थे. दूसरे पीरियड में इरनाजार ने तीन अंक जुटाए लेकिन ये अंक एक-एक करके आए.


बजरंग पूनिया से भारत को ओलंपिक के गोल्ड मेडल की उम्मीद है. सेमीफाइनल मुकाबला जीतने के बाद बजरंग पूनिया ना सिर्फ भारत के लिए एक और मेडल पक्का कर सकते हैं बल्कि वह गोल्ड से भी एक कदम ही दूर रह जाएंगे. आज तक कोई भी भारतीय खिलाड़ी ओलंपिक खेलों में कुश्ती का गोल्ड मेडल हासिल नहीं कर पाया है.


इनाम की बारिश: रवि दहिया को हरियाणा सरकार देगी 4 करोड़ रुपए, पहलवान के गांव में बनेगा रेसलिंग इंडोर स्टेडियम