नई दिल्ली: महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने साल 2011 वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को मात देकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी. यहां टीम का मुकाबला पाकिस्तान से था. दोनों टीमों के बीच वर्ल्ड कप के ऐसे मुकाबले हाउसफुल और दमदार होते हैं. ऐसे में इस मैच से भी दोनों देशों को काफी उम्मीद थी.


मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर इस वर्ल्ड कप में बेहतरीन फॉर्म में थे. ऐसे में टीम इंडिया को इस मुकाबले का हकदार माना जा रहा था. तेंदुलकर इस मैच में अपने 100वें इंटरनेशनल शतक से मात्र 1 शतक दूर थे. ऐसे में फैंस की उम्मीदें और बढ़ गई थी.


पाकिस्तान की कोशिश बार बार यही हो रही थी कि इस मैच में तेंदुलकर की विकेट जल्द से जल्द लिया जाए. बता दें कि तेंदुलकर इस मैच में कुल 4 बार आउट होने से बचे थे. ऐसे में उन्होंने अर्धशतक जड़ा. अंत में वो LBW आउट होने से भी बचे.


लेकिन यहां तेंदुलकर 85 रन बनाकर आउट हो गए. उन्हें सईद अजमल ने आउट किया था. भारत ने यहां 9 विकेट खोकर 260 रन बनाए. मिस्बाह उल हक के अर्धशतक के बावजूद पाकिस्तान की पूरी टीम ये मैच 231 रनों तक लेकर जा पाई और यहां भारत ने ये मैच 29 रनों से जीत लिया.


इसके साथ ही तेंदुलकर की बदौलत भारत ने यहां पाकिस्तान को वर्ल्ड कप में लगातार 5वीं हार दी थी.