जसप्रीत बुमराह लगातार टीम इंडिया की कमान संभाले हुए हैं लेकिन बीच में चोटिल होने के कारण भारतीय क्रिकेट को भी इस खिलाड़ी की चिंता होने लगी थी. बुमराह अब भारत के लिए फ्रंटलाइन गेंदबाज बन गए हैं जिनके टीम में रहने से दूसरे गेंदबाजों का भी मनोबल ऊंचा रहता है. लेकिन हाल ही में चोट से वापसी के बाद बुमराह उतना खास प्रदर्शन नहीं कर पाए जहां कई एक्सपर्ट्स ये कहने लगे कि बुमराह को उनके एक्शन की वजह से दिक्कत हो रही है. ऐसे में वेस्टइंडीज के लीजेंड गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने भी ठीक ऐसी ही बात कही है.


माइकल होल्डिंग ने कहा कि छोटे रनअप के कारण बल्लेबाजों को बुमराह की गेंद की गति का अंदाजा लगाने में परेशानी होती है लेकिन वह इसे लंबे समय तक जारी नहीं रख सकते. मैल्कम मार्शल, जोएल गार्नर और एंडी रॉबर्ट्स के साथ वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाजों की प्रसिद्ध चौकड़ी बनाने वाले इस पूर्व दिग्गज ने कहा बुमराह के पास छोटे रनअप से पिच पर गेंद को तेजी से पटकने की खास क्षमता है.


‘सोनी टेन पिट स्टॉप’ कार्यक्रम में 68 साल के होल्डिंग ने कहा, ‘‘ बुमराह पिच पर तेजी से गेंद को पटकते है. छोटे रनअप के साथ यह उन्हें विशेष बनाता है. बल्लेबाजों के लिए उनकी गेंद को पढ़ना मुश्किल हो जाता है.’’ उन्होंने कहा कि इसके अपने फायदे है लेकिन इसका नुकसान भी है. उन्होंने कहा, ‘‘ बुमराह को लेकर मेरी जो समस्या है मैने उन्हें बता दिया है. मैंने उन्हें आखिरी बार इंग्लैंड में देखा था. इतने छोटे रनअप और इतनी मेहनत को वह कितने समय तक जारी रख पायेंगे. उनका शरीर भी इंसान का है, वह मशीन नहीं है.’’


बुमराह पीठ के निचले हिस्से में स्ट्रेस फ्रैक्चर के कारण चार महीने तक मैदान से बाहर रहे. उन्होंने इस साल जनवरी में वापसी की थी. होल्डिंग ने कहा कि बुमराह और मोहम्मद शमी भारत के खास तेज गेंदबाज है और यह ‘सिर्फ गेंद की गति’ के कारण नहीं है.


उन्होंने कहा, ‘‘गति का होना जरूरी है लेकिन यह तभी कारगर है जब इस पर नियंत्रण हो और इन दोनों का नियंत्रण है. शमी बहुत लंबे कद के नहीं है, वह बहुत फुर्तीले भी नहीं है लेकिन तेज गेंद फेंकते है. उसके पास नियंत्रण है और वह गेंद को थोड़ा स्विंग भी करते है.’’