पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच 18 दिसंबर से तीन मैचों की ट्वेंटी-ट्वेंटी सीरीज का आगाज होने जा रहा है. न्यूजीलैंड पहुंचने के बाद से ही पाकिस्तानी टीम को कोरोना वायरस की वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है. पाकिस्तान क्रिकेट टीम को कोच मिस्बाह उल हक ने खुलासा किया है कि उनकी टीम ने न्यूजीलैंड से हटने के विकल्प पर विचार किया था.
पाकिस्तान के खिलाड़ियों को न्यूजीलैंड में बेहद ही सख्त क्वारंटीन पीरियड से गुजरना पड़ा है. दोनों देशों के बीच तनाव उस वक्त बढ़ गया था जब न्यूजीलैंड ने क्वारंटीन नियम तोड़ने की वजह से पाकिस्तानी क्रिकेटर्स को अपने देश वापस भेजने की चेतावनी दी. इसके बाद पाकिस्तानी टीम ने अपने क्रिकेट बोर्ड के साथ न्यूजीलैंड दौरे से हटने के विकल्प पर चर्चा शुरू की.
पाकिस्तान का न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय और दो टेस्ट मैचों के लिये दौरा अगले हफ्ते से शुरू हो रहा है. लेकिन पाकिस्तान के आठ सदस्यों के कोविड-19 पॉजिटिव पाये जाने और स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के कुछ उल्लंघन के बाद इस दौरे पर संदेह के बादल छा गये थे.
सामान्य नहीं थे हालात
पृथकवास में तीसरे दिन प्रोटोकॉल उल्लघंन के बाद न्यूजीलैंड स्वास्थ्य अधिकारियों ने टीम के छोटे समूह में ट्रेनिंग करने की छूट को रद्द कर दिया था. मिसबाह से जब पूछा गया कि जब टीम पृथकवास में थी तो क्या टीम के घर लौटने के विकल्प के बारे में चर्चा की गयी थी तो उन्होंने कहा, ''निश्चित रूप से, ये सामान्य हालात नहीं थे और हमने क्रिकेट बोर्ड से विकल्पों के बारे में चर्चा की थी लेकिन अंत में हमने फैसला किया था कि अब हम न्यूजीलैंड में इतने समय से रह रहे हैं तो हमें दौरा पूरा करना चाहिए.''
पाकिस्तानी टीम को हालांकि अब राहत मिल चुकी है. पाकिस्तान के खिलाड़ियों को न्यूजीलैंड में ना सिर्फ प्रैक्टिस करने का मौका मिल रहा है, बल्कि इस सीरीज के लिए किसी भी तरह का बायो बबल भी नहीं बनाया गया है. जिन खिलाड़ियों की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी उन्हें फिलहाल अलग रखा गया है.
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