कराची: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) इंटरनेशनल क्रिकेट बोर्ड (आईसीसी) के चेयरमैन शशांक मनोहर से नाराज है. मनोहर भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के खिलाफ सात करोड़ डॉलर के मुआवजे का दावा दायर करने के पीसीबी के फैसले पर मध्यस्थता बैठक के दौरान उनके साथ दोनों देशों के बीच सीरीज नहीं खेलने के बीसीसीआई के फैसले का बचाव किया है.
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार दुबई और लंदन में मध्यस्थता बैठक में हिस्सा लेने वाली पीसीबी की टीम मुआवजे के मामले में भारत का नजरिया रखने के मनोहर के तरीके से निराश है.
पीसीबी सूत्र ने खुलासा किया, ‘‘ऐसा नहीं लग रहा था कि वह आईसीसी का प्रतिनिधित्व कर रहे थे. एक समय यह ठीक था लेकिन इसके बाद उन्होंने अधिकांश समय 2007 से पाकिस्तान में द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं खेलने के बीसीसीआई की स्थिति का बचाव किया.’’
सूत्र ने कहा, ‘‘वह आईसीसी के समक्ष इस मामले को दायर करने के पक्ष में नहीं दिख रहे थे.’’ पीसीबी अध्यक्ष नजम सेठी ने इस हफ्ते घोषणा की कि वह जनवरी 2018 में आईसीसी विवाद समाधान समिति के समक्ष मुआवजे का दावा करेगा.
सूत्र ने कहा, ‘‘आईसीसी समिति के प्रमुख बनने वाले मध्यस्थ के नाम को भी अंतिम रूप दे दिया गया है और जल्द ही इसकी घोषणा होगी.’’