(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
महान फुटबॉलर पेले का निधन, 82 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
Pele Dies: ब्राजील के महान फुटबॉलर पेले का 82 साल की उम्र में निधन हो गया. पेले कैंसर से जूझ रहे थे.
Pele Dies: महान फुटबॉलर पेले का निधन हो गया है. न्यूज़ एजेंसी एएफपी को उनके परिवार ने जानकारी दी है. पेले ने 82 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. एडसन अरांतेस डो नैसिमेंटो (पेले) तीन बार विश्व कप जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 1958, 1962 और 1970 में खेल की सबसे प्रतिष्ठित ट्रॉफी फीफा वर्ल्ड कप जीता था.
पेले की बेटी केली क्रिस्टीना नैसिमेंटो ने पिता के निधन के बाद इंस्टाग्राम पर तस्वीर शेयर की है. इस तस्वीर में पेले के परिवार के लोग आखिरी विदाई देते नजर आ रहे हैं.
इस तस्वीर में पेले अस्पताल के बेड पर हैं और उन्हें ड्रिप लगी हुई है. केली ने तस्वीर के साथ लिखा, ''हम आपसे हमेशा प्यार करते रहेंगे. आपने अब तक हमारे लिए जो भी किया उसके लिए आभारी हैं.''
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पेले को सांस के संक्रमण के इलाज और कीमोथेरेपी के लिए पिछले महीने 29 नवंबर को साओ पाउलो के अल्बर्ट आइंस्टीन अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हाल के सालों में उन्होंने अपनी रीढ़, कूल्हे, घुटने और गुर्दे सहित कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना किया था.
उनके निधन के बाद परिवार ने पेले के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से बयान जारी किया है.
A inspiração e o amor marcaram a jornada de Rei Pelé, que faleceu no dia de hoje.
— Pelé (@Pele) December 29, 2022
Amor, amor e amor, para sempre.
.
Inspiration and love marked the journey of King Pelé, who peacefully passed away today.
Love, love and love, forever. pic.twitter.com/CP9syIdL3i
पेले का निधन फुटबॉल प्रेमियों के लिए सदमे की तरह है. सोशल मीडिया पर तमाम फैंस फुटबॉल के हीरो को आखिरी विदाई दे रहे हैं. हाल ही फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल में हार के बावजूद मैच को यादगार बनाने वाले फ्रांसिसी फुटबॉलर किलियन एमबापे (Kylian Mbappé) ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. मौत की खबर मिलते ही मेसी ने भी पेले के निधन पर शोक जताया.
The king of football has left us but his legacy will never be forgotten.
— Kylian Mbappé (@KMbappe) December 29, 2022
RIP KING 💔👑… pic.twitter.com/F55PrcM2Ud
उन्होंने लिखा, फुटबॉल के किंग भले ही हमें छोड़ कर चले गए लेकिन उनकी लेगसी को कभी भी नहीं भुलाया जा सकता है.''
भ्रष्टाचार, सैन्य तख्तापलट, सेंसरशिप और दमनकारी सरकारों को झेल रहे देश में उनका जन्म हुआ. तब सत्रह बरस के रहे पेले ने 1958 में अपने पहले ही विश्व कप में ब्राजील की छवि बदलकर रख दी.