‘एक दिन आसमान में कहीं माराडोना के साथ फुटबॉल खेलूंगा ’, ब्राजील के महान फुटबॉलर पेले ने अर्जेंटीना के करिश्माई खिलाड़ी माराडोना के निधन पर कुछ इस तरह श्रृद्धांजलि दी. पेले ही वह खिलाड़ी हैं जिनका नाम ‘फुटबॉल के बादशाह’ माराडोना के साथ लिया जाता रहा है. माराडोना का बुधवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया.


पेले ने ट्वीट किया, ‘बहुत की दुखद समाचार. मैंने एक अच्छा दोस्त और दुनिया ने एक महान खिलाड़ी खो दिया. बहुत कुछ कहना है लेकिन फिलहाल इतना ही कहूंगा कि ईश्वर उनके परिजनों को शक्ति दे. उम्मीद है कि एक दिन हम आसमान में कहीं साथ फुटबॉल खेलेंगे. ’पेले और माराडोना एक दूसरे के खेल के प्रशंसक थे. दोनों की उम्र में दो दशक का फासला था लेकिन रिश्ता दोस्ती का था. फुटबॉल के खेल को खूबसूरत बनाने में इन दोनों के योगदान को दुनिया ने सराहा और इन दोनों ने एक दूसरे के हुनर को.



फीफा ने उन्हें 2001 में ब्राजील के पेले के साथ खेल के इतिहास के दो महानतम खिलाड़ियों में शामिल किया था. विश्व कप 1986 में इंग्लैंड के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में ‘खुदा का हाथ’ वाले गोल के कारण फुटबॉल की किवदंतियों में अपना नाम शुमार कराने वाले माराडोना दो दशक से लंबे अपने कैरियर में फुटबालप्रेमियों के नूरे नजर रहे. माराडोना ने बरसों बाद स्वीकार किया था कि उन्होंने जान बूझकर गेंद को हाथ लगाया था. उसी मैच में चार मिनट बाद हालांकि उन्होंने ऐसा शानदार गोल दागा था जिसे फीफा ने विश्व कप के इतिहास का महानतम गोल करार दिया.


गोवा में लगेगी माराडोना की विशाल प्रतिमा


गोवा सरकार अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर डिएगो माराडोना की विशाल प्रतिमा अगले साल की शुरूआत में पूर्वी जिले के तटीय इलाके में लगायेगी. राज्य सरकार के सीनियर मंत्री और कालांगुटे के विधायक माइकल लोबो ने बताया,‘माराडोना की प्रतिमा पहले से ही बन रही है. महाराष्ट्र के एक कलाकार उस पर काम कर रहे हैं. ’लोबो ने 2018 में ही प्रदेश में माराडोना की प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा की थी. उन्होंने बताया कि प्रतिमा कंडोलिम या कालांगुटे में लगाई जायेगी.


सौरव गांगुली से लेकर सचिन तेंदुलकर तक, क्रिकेट जगत ने इस तरह दी माराडोना को श्रृद्धांजलि


यादों के झरोखे से: महान खिलाड़ी डिएगो माराडोना ने बंगाल में कहा था- मुझे फुटबॉल का भगवान ना बुलाएं