पुणे: पुणे वनडे में कप्तानी पारी खेलते हुए विराट कोहली पहले मैच में भारत को जीत की ओर ले गए. वहीं उनका साथ दे रहे केदार जाधव की बल्लेबाज़ी किसी करिश्मे से कम नहीं थी. इसका अंदाज़ा आपको इस बात से हो जाना चाहिए कि जाधव अपने 13वें वनडे मैच में ही भारत के लिए छठा सबसे तेज़ शतक बनाने वाले बल्लेबाज़ बन गए. इन्हीं शतकों की बदौलत टीम इंडिया ने पहला मैच जीतकर सीरीज़ में 1-0 की बढ़त बना ली है.

11 गेंद रहते हासित हुई जीत
अंग्रेज़ गेंदबाज़ों पर टीम इंडिया ने दोहरा अटैक किया. एक तरफ विराट बेरहमी से बल्लेबाज़ी कर रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ केदार का कहर जारी था. पुणे वनडे में इंग्लैंड के गेंदबाज़ों पर इन दोनों बल्लेबाज़ों ने ऐसा कहर बरपाया कि 351 रनों का पहाड़ जैसा लक्ष्य भी 11 गेंद पहले ही हासिल हो गया.

विराट और केदार के शतकों से आई जीत
विराट कोहली ने 105 गेंदों में 8 चौके और 5 छक्कों की मदद से 122 रन बनाए, जबकि केदार जाधव ने 76 गेंदों में 12 चौके और 4 छक्कों के साथ 120 रन बनाए. जाधव का ज़बरदस्त प्रदर्शन टीम को जीत की दहलीज पर ले गया. बताते चलें कि ये कोहली का 27वां शतक था, वहीं ये केदार का दूसरा शतक था. मज़े की बात ये है कि उन्होंने वनडे में अबतक सिर्फ शतक ही लगाए हैं, उनके नाम कोई अर्धशतक नहीं है.

जान लगाकर खेले जाधव
केदार जाधव जिस सफाई से शॉट्स मार रहे थे उससे तो यही लग रहा था कि उन्हें क्रिकेट की बॉल किसी फुटबॉल जैसी नज़र आ रही हो. इस विस्फोटक बल्लेबाज़ी का नतीजा ये हुआ कि पांचवे विकेट के लिए कोहली और जाधव के बीच रिकॉर्ड 200 रनों की साझेदारी हुई. यही नहीं जाधव ने अपना अर्धशतक 29 गेंद में और शतक सिर्फ 65 गेंदों में पूरा कर लिया. उनका स्ट्राइक रेट था करीब 158 का.

जबरदस्त प्रदर्शन करने वाले जाधव के पैरों की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया था. उन्हें भागने में परेशानी हो रही थी लेकिन तब भी वे खेले जा रहे थे. आखिरकार 120 के स्कोर पर जाधव कैच आउट हो गए लेकिन तबतक टीम इंडिया की जीत की नींव तैयार हो चुकी थी.

मैच के बाद कप्तान कोहली ने जाधव की जमकर तारीफ की. वन डे में जाधव का ये अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. जब उनका शतक पूरा हुआ तो कोहली ने जिस तरह से उनका उत्साह बढ़ाया वो भी देखने के लायक था. ज़ाहिर है कि इस प्रदर्शन के बाद जाधव को कोहली 2019 वर्ल्ड कप में अपने बेहतरीन सिपहसालार के तौर पर देख रहे होंगे.