PV Sindhu: पेरिस ओलंपिक है पीवी सिंधु का अल्टीमेट गोल, कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीतने को लेकर कही ये बात
CWG 2022: पीवी सिंधु ने कहा है कि उनका पूरा ध्यान फिलहाल कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीतने पर है, लेकिन उनका अंतिम लक्ष्य पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतना है.
PV Sindhu's Goal: दो बार की ओलंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधु (PV Sindhu) का अंतिम लक्ष्य साल 2024 में होने वाला पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics) है. उन्होंने खुद यह बात कही है. पीवी सिंधु फिलहाल कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games 2022) में भारतीय दल का हिस्सा हैं. उनसे पदक की काफी उम्मीदें हैं. कॉमनवेल्थ गेम्स के बाद सिंधु अगले महीने टोक्यो में होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी हिस्सा लेंगी.
पीवी सिंधु कहती हैं, 'मेरा अंतिम लक्ष्य 2024 के पेरिस ओलंपिक है. हालांकि अभी मेरा फोकस कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीतने और वर्ल्ड चैंपियनशिप पर है. कॉमनवेल्थ गेम्स में जीतना एक बड़ी उपलब्धि है. आखिर ये खेल चार साल में एक बार होते हैं. और ऐसे बड़े आयोजन में अपने देश का प्रतिनिधित्व करना निश्चित रूप से गर्व की बात है. मुझे इस बार स्वर्ण पदक जीतने की पूरी उम्मीद है.’
हाल ही में सिंगापुर ओपन का खिताब जीतने वाली पीवी सिंधु पिछली कुछ प्रतियोगिताओं में चीनी ताईपे की ताई जु यिंग की चुनौती से पार पाने में नाकाम रही हैं. उन्होंने विश्व की इस नंबर दो खिलाड़ी को आखिरी बार 2019 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में हराया था. इसके बाद उन्होंने अपनी इस प्रतिद्वंदी से लगातार सात मैच हारे हैं.
मुख्य प्रतिद्वंदियों के लिए कही ये बात
सिंधु पिछले कुछ समय में बाएं हाथ की खिलाड़ियों के सामने भी जूझती हुई नजर आई हैं. स्पेन की कारोलिना मारिन और कोरिया की आन से यंग से उन्हें बड़ी चुनौती मिली है. इस पर सिंधु कहती हैं, 'ऐसा नहीं है कि मैं उन्हें हरा नहीं सकती. यह उस दिन के प्रदर्शन पर निर्भर करता है. हर खिलाड़ी की अपनी अलग शैली होती है, अलग-अलग शॉट्स होते हैं. आपको उसी हिसाब से अपनी रणनीति तय करनी होती है.' सिंधु कहती हैं, 'ऐसा कई बार हुआ है जब वरीयता प्राप्त खिलाड़ी पहले राउंड में ही बाहर हो जाते हैं. यह सब काफी हद तक कोर्ट की परिस्थितियों पर निर्भर करता है.'
लगातार सीखते रहना ही है सफलता का राज
सिंधु का कहना है कि उनकी सफलता का राज लगातार सीखते रहना है. वह कहती हैं, 'मुझे अभी भी बहुत ज्यादा अभ्यास की जरूरत पड़ती है. मुझे हर दिन अपने स्ट्रोक पर ध्यान देना पड़ता है. मैं यह नहीं सोच सकती कि मैंने पदक जीत लिया है और अच्छा प्रदर्शन किया है. यह मायने नहीं रखता. यह बीती हुई बात हो जाती है. यहां बहुत कुछ सीखने को बाकी है. सभी के लिए हर दिन कुछ सीखाने वाला होता है.'
'फिट रहना है बेहद जरूरी'
सिंधु ने इस दौरान फिटनेस पर भी बातचीत की. वह कहती हैं, 'यह बहुत जरूरी है कि आप शारीरिक तौर पर फिट रहे. आपको अपने शरीर का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. यह केवल कोर्ट पर मौजूद होने के वक्त ही नहीं बल्कि कोर्ट के बाहर भी आपको खुद पर ध्यान देना होता है. आपको फिट रहना जरूरी है क्योंकि टूर्नामेंट लगातार होते रहते हैं.'
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