कोरोना वायरस के कहर की वजह से देशभर में लॉकडाउन चल रहा है. ऐसे मुश्किल वक्त में भारत की बैंडमिंटन स्टार पीवी सिंधु ने मदद के लिए हाथ बढ़ाते हुए 10 लाख रुपये दाने दिए हैं. इसके साथ ही पीवी सिंधु ने कहा है कि वह टोक्यो ओलंपिक के स्थगित होने की खबर सुनने के लिए मानसिक रूप से तैयार थी.


सिंधु ने कहा, " जब मैं ओलंपिक के स्थगित होने की खबर सुनी तब मैं इसके लिए मानसिक रूप से तैयार थी. मैं इस साल ओलंपिक के आयोजन को लेकर आश्वस्त नहीं थी क्योंकि कोरोना वायरस से हर दिन एक नया देश इससे प्रभावित हो रहा है. ऐसी परिस्थिति में आप कुछ नहीं कर सकते है. जीवन पहले आता है."


सिंधु और अन्य भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों ने अपना पिछला टूर्नामेंट आल इंग्लैंड चैंपियनशिप में खेला था. इसके बाद विश्व बैडमिंटन महासंघ ने कोरोना के सभी टूर्नामेंट को स्थगित कर दिया था. सिंधु ने कहा कि जब चैंपियनशिप खेलने के लिए इंग्लैंड गई थी तो स्थिति उतनी भयानक नहीं थी जितनी कि अब है.


उन्होंने कहा, " लेकिन जब हम वापस आए तो यह सब बदल गया. कोविड-19 संख्या में लगातार बढ़ोतरी होने लगी. अब तो स्थिति काफी बदतर हो गई है और मुझे याद नहीं है कि आखिरी बार कब हमें इतना लंबा ब्रेक मिला था. शायद कभी नही."


सिंधु ने कहा कि इस ब्रेक के दौरान उन्होंने अब तक बैडमिंटन नहीं खेला है. विश्व चैंपियन ने कहा, " मैं कुछ व्यायाम कर सकती हूं. मेरे पास घर पर कुछ उपकरण हैं, इसलिए मैं एक-आध घंटे के लिए ट्रेनिंग करती हूं. घर तक ही सीमित रहना ठीक है. मैं घर पर ज्यादा काम नहीं करती, लेकिन मैं रसोई में मां की मदद करती हूं."


सिंधु ने की है मदद


भारत की नंबर एक बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में 10 लाख रुपये का सहयोग दिया है. सिंधु ने तेलंगाना सरकार को 5 लाख और आंध्र प्रदेश सरकार को 5 लाख रुपये दान दिए हैं. इसके साथ ही पीवी सिंधु उन 49 खिलाड़ियों में भी शुमार रहीं जिनके साथ पीएम मोदी ने वीडियो कॉल के जरिए बात की. पीएम मोदी ने इन खिलाड़ियों से कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सहयोग देने की अपील की है.



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