लाल बजरी के बादशाह के नाम से मशहूर स्टार टेनिस खिलाड़ी राफेल नडाल आगामी विंबलडन और टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा नहीं लेंगे. उन्होंने खुद एक के बाद एक कई ट्वीट करके इस बात का एलान किया. उन्होंने कहा कि यह फैसला आसान नहीं था. लेकिन अपने करियर को और लंबा करने के लिए यह जरूरी था. 


राफेल नडाल ने ट्वीट कर कहा, "मैंने इस साल विंबलडन चैंपियनशिप और टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है. यह बिल्कुल भी आसान नहीं था, लेकिन अपने शरीर को देखते हुए और अपने करियर को बड़ा करने के लिए यह फैसला लेना जरूरी था."






दुनिया के तीसरे नंबर के टेनिस खिलाड़ी राफेल नडाल ने विंबलडन और टोक्यो ओलंपिक से हटने के पीछे अपनी फिटनेस का हवाला दिया. दरअसल, दोनों टूर्नामेंट्स के बीच 14 दिन का समय रखा गया है. नडाल ने कहा कि क्ले कोर्ट पर खेलने के बाद इतना जल्दी शरीर को रिकवर करना आसान नहीं होता है. ऐसे में मेरे लिए खेलना असंभव था.






नडाल ने हाल ही में समाप्त हुए फ्रेंच ओपन 2021 में हिस्सा लिया था. लेकिन सेमीफाइनल में उन्हें नोवाक जोकोविच के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था. अब उन्होंने फिटनेस मुद्दों के कारण आगामी विंबलडन चैंपियनशिप और ओलंपिक खेलों से अपना नाम वापस ले लिया है. उन्होंने अपने पेशेवर करियर को लंबा करने के लिए यह फैसला किया है.






दुनिया के पूर्व नंबर वन खिलाड़ी ने आगे कहा, 'मैं समझता हूं कि मेरे खेल करियर को विस्तार देने और मुझे खुश रखने वाले इस खेल को जारी रखने के लिए यह सही निर्णय है.' 
सर्बिया के दिग्गज नोवाक जोकोविच ने क्ले कोर्ट के किंग नडाल को फ्रेंच ओपन के सेमीफाइनल में 3-6, 6-3, 7-6, 6-2 से हराया था. सवा 4 घंटे तक चला यह मुकाबला नोवाक बनाम राफेल के सबसे बेहतरीन मैचों में से एक रहा. नडाल ने इस हार से 21वां ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने का मौका गंवा दिया.