पूर्व भारतीय बल्लेबाज़ राहुल द्रविड़ ने गेंदबाज़ों के लिए अतिरिक्त सहायता का आह्वान किया है, अगर पसीना उनके लिए मैच के दौरान सही रिजल्ट नहीं देता है. कोरोना संकट ने ICC को मजबूर कर दिया है कि खिलाड़ी मैच के दौरान गेंद पर लार का इस्तेमाल नहीं करेंगे. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शुरू होने के बाद यह क्रिकेट को प्रभावित करने वाले सबसे बड़े संशोधनों में से एक है.


कई क्रिकेट विशेषज्ञों और वर्तमान पेसर्स का मानना ​​है कि लार का निषेध खेल को सभी बल्लेबाजों के लिए बेहद आसान बना देगा क्योंकि गेंदबाजों को स्विंग नहीं मिल पाएगी. पाकिस्तान के पूर्व सीमर और कप्तान वसीम अकरम ने भविष्यवाणी की कि गेंदबाज ऐसे में रोबोट बन जाएंगे.


ICC ने गेंद पर थूक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है. जहां तक ​​राहुल द्रविड़ का सवाल है, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच आगामी श्रृंखला सबकुछ तय करेगी. द्रविड़ का मानना ​​है कि इसमें बहुत कुछ सीखना शामिल होगा, और यह देखा जाएगा कि क्या पसीना लार के समान प्रभाव पैदा करता है. यदि नहीं, तो पूर्व भारतीय कप्तान ने पिच को बल्लेबाजों के लिए अधिक चुनौतीपूर्ण बनाने के लिए सुझाव दिया.


द्रविड़ ने आगे कहा कि, "मुझे लगता है कि वे पहले इसे पसीने के साथ आज़माएंगे और अगर यह समान प्रभाव पैदा करता है तो आपको कुछ भी करने की आवश्यकता नहीं है. दूसरी बात यह है कि आप विकेटों को थोड़ा और चुनौतीपूर्ण बना सकते हैं. चाहे आप उन्हें ग्रीन बनाते हैं या फिर अधिक बाउंस और तेज गति से गेंद निकल रही है तो आप उसे थोड़ा स्पिनिंग विकेट भी बना सकते हैं.''


पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए लेकिन अंत में बल्ले और गेंद में संतुलन होना चाहिए ऐसे में पिच को थोड़ा बहुत बदला जा सकता है.