लेकिन इस मुकाबले में टीम इंडिया की असल वापसी करवाई टीम इंडिया के स्टार आर अश्विन ने. केपटाउन टेस्ट में महज़ 49 गेंदे फेंकने वाले अश्विन ने सेंचुरियन टेस्ट के पहले दिन टीम इंडिया को मुकाबले में बनाए रखा.
पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद खुद अश्विन ने प्रेस कॉंफ्रेस में कहा, 'मुझे ऐसा लगता है कि मैंने टीम को मुकाबले में बनाए रखा है. पहले मुकाबले में शानदार शुरूआत के बाद वो दूसरे सेशन में आसानी से हम पर बढ़त हासिल कर सकते थे. लेकिन मैंने उन्हें बांधे रखा.'
टीम इंडिया के इस स्टार स्पिनर ने पहले दिन के खेल में तीन विकेट चटकाने के बाद कहा, 'मैं मुकाबले से पहले पिछली चीज़ों के बारे में बहुत ज्यादा नहीं सोच रहा था. मेरी कोशिश गेंद को सिर्फ एक जगह पर डालने की थी. मैं क्रीज़ की हर पोज़ीशन से गेंदबाज़ी कर रहा था और उसे एंजॉय भी कर रहा था.'
दौरे पर अपनी तैयारियों के बारे में अश्विन ने कहा, 'मौजूदा समय में मैं सिर्फ टेस्ट क्रिकेट खेल रहा हूं. जिसकी वजह से बीच में मुझे काफी ब्रेक मिल रहा है. इसलिए जब भी मुझे मौका मिलता है मैं उसके लिए तैयार रहता हूं. इसलिए ढीला पड़ने का तो सवाल ही नहीं है, आपको हमेशा तैयार रहना होता है.'
आर अश्विन को साल 2013 में जोहानिसबर्ग में एक भी विकेट नहीं मिल पाया था. जिसकी वजह से उनकी बहुत आलोचना हुई थी. इस मुकाबले में अतिं दिन टीम इंडिया मुकाबला जीत सकती थी लेकिन अश्विन समेत स्पिनर्स ने बेहद निराशाजनकर प्रदर्शन किया.