रवींद्र जडेजा बने 21वीं सदी के सबसे मूल्यवान टेस्ट क्रिकेटर, धोनी, विराट को छोड़ा पीछे
31 साल के गेंदबाज का औसत 24.62 का है, जो शेन वार्न की तुलना में बेहतर है और उनकी बल्लेबाजी का औसत 35.26 जो शेन वॉटसन से बेहतर है.
भारत के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को विजडन द्वारा 21वीं सदी के देश के 'सबसे मूल्यवान खिलाड़ी' (एमवीपी) के रूप में नामित किया गया है. टीम में जडेजा का योगदान गेंद, बल्ले और फील्डिंग के साथ उल्लेखनीय रहा है. विजडन ने अपने प्रदर्शन का विश्लेषण करने के लिए क्रिकेट में एक डिटेल्ड टूल का इस्तेमाल किया जिसका नाम क्रिकविज है.
जडेजा की एमवीपी रेटिंग 97.3 आश्चर्यजनक थी, जो श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन के बाद दूसरे स्थान पर थी और इस तरह उन्हें 21वीं सदी का दूसरा सबसे मूल्यवान टेस्ट खिलाड़ी चुना गया.
क्रिकविज़ के फ्रेडी वाइल्ड ने विजडन को बताया कि, ''भारत के स्पिन गेंदबाज रवींद्र जडेजा को देखकर आश्चर्यचकित हो सकता है, यह भारत के नंबर एक खिलाड़ी हैं. आखिरकार, वह हमेशा अपनी टेस्ट टीम में एक ऑटोमेटिक चुनाव की तरह नहीं चुनें जाते हैं. हालांकि, जब वह खेलते हैं तो उन्हें फ्रंटलाइन गेंदबाज के रूप में चुना जाता है और नंबर 6 के रूप में टॉप की बल्लेबाजी करते हैं. उनका मैच में काफी योगदान रहता है.''
उन्होंने कहा, "31 साल के गेंदबाज का औसत 24.62 का है, जो शेन वार्न की तुलना में बेहतर है और उनकी बल्लेबाजी का औसत 35.26 जो शेन वॉटसन से बेहतर है. उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी का औसत अंतर 10.62 रन है जो किसी भी खिलाड़ी के इस सदी का दूसरा सर्वश्रेष्ठ स्कोर है जिसने 1,000 से अधिक रन बनाए हैं और 150 विकेट लिए हैं. फ्रेडी ने आगे कहा कि वह एक टॉप क्लास ऑलराउंडर है. 2009 में अपनी शुरुआत करने के बाद, जडेजा ने अब तक 49 टेस्ट, 165 वनडे, 49 टी 20 आई में भारत का प्रतिनिधित्व किया है.