Wimbledon 2021: दुनिया के पूर्व नंबर वन टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर का विंबलडन 2021 में सफर समाप्त हो गया है. बुधवार को खेले गए क्वार्टर फाइनल मुकाबले के बाद रोजर फेडरर के भविष्य को लेकर भी कई तरह की बातें सामने आ रही हैं. रोजर फेडरर ने भी कहा है कि उन्हें नहीं मालूम वो अगले साल इस टूर्नामेंट में खेलते हुए दिखाई देंगे या नहीं.
आठ बार विंबलडन का खिताब जीतने वाले रोजर फेडरर का आल इंग्लैंड क्लब पर अमूमन दर्शकों ने खड़े होकर अभिवादन किया. फेडरर को 14वीं वरीयता प्राप्त पोलैंड के हुबर्ट हुरकाज ने 6-3, 7-6, 6 -0 से हराया. टूर्नामेंट में 22वीं बार उतरे फेडरर की रवानगी आश्चर्यजनक रूप से एकतरफा हार के साथ रही.
यह वह फेडरर नहीं था जिसे देखने की दुनिया भर के टेनिसप्रेमियों को आदत रही है. पिछले साल घुटने के आपरेशन के बाद से वह सिर्फ आठ मैच खेले हैं. ठीक एक महीने बाद अपना 40वां जन्मदिन मनाने जा रहे फेडरर से रैकेट से वैसे स्ट्रोक्स नहीं निकले जिन्होंने उन्हें 20 बार ग्रैंडस्लैम चैम्पियन बनाया. यह पूछने पर कि क्या यहां उनका यह आखिरी मैच था, फेडरर ने कहा, ''पता नहीं. मुझे सच में नहीं पता. मुझे आत्ममंथन करना होगा.''
संन्यास नहीं ले रहे हैं रोजर फेडरर
रोजर फेडरर हालांकि टेनिस से संन्यास नहीं लेने जा रहे हैं. रोजर फेडरर को अभी टेनिस खेलते रहने की उम्मीद है. रोजर फेडरर ने कहा, ''अभी नहीं. उम्मीद है कि अभी नहीं. अभी खेलने का लक्ष्य है.''
अपने 429 ग्रैंडस्लैम मैच में फेडरर ने तीसरी बार ही कोई सेट 6-0 से गंवाया. इससे पहले दोनों बार फ्रेंच ओपन में ऐसा हुआ था. फेडरर ने कहा, ''पिछले कुछ मैच अपेक्षा के अनुरूप नहीं थे. मुझे इस तरह के हालात की आदत नहीं है. यहां तो कतई नहीं.''
फेडरर को अपना आदर्श मानने वाले हुरकाज ने कहा कि उन्होंने इस नतीजे की कल्पना नहीं की थी. हुकराज हालांकि पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल में पहुंचने में कामयाब हुए हैं.
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