Rohan Bopanna Retirement: भारत के दिग्गज टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने टेनिस से संन्यास का एलान कर दिया है. पेरिस ओलंपिक्स 2024 में बोपन्ना और एन श्रीराम बालाजी की टीम को मेंस डबल्स कम्पटीशन के पहले राउंड में 7-5, 6-2 से हार झेलनी पड़ी. अब रोहन बोपन्ना ने पुष्टि कर दी है कि ये उनके करियर का आखिरी मैच रहा. बोपन्ना ने 22 सालों तक अंतर्राष्ट्रीय टेनिस में भारत का प्रतिनिधित्व किया, लेकिन अब उन्होंने अपने ऐतिहासिक करियर को विराम दे दिया है.
उन्होंने रिटायरमेंट का स्टेटमेंट देते हुए कहा, "यह मेरे टेनिस करियर का आखिरी टूर्नामेंट रहा. मैं समझता हूं कि एक खिलाड़ी के तौर पर मैं कहां पहुंचा हूं. मैं जहां हूं, वह मेरे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं 20 साल से भी ज्यादा समय तक बहुत ऊंचे लेवल पर भारत का प्रतिनिधित्व करूंगा. 2002 में डेब्यू और आज उसके 22 साल बाद भी मैं ओलंपिक्स में अपने देश का प्रतिनिधि रहा. मुझे इस ऐतिहासिक करियर पर बहुत गर्व है."
2026 एशियाई खेलों में नहीं लेंगे भाग
रिटायरमेंट का एलान होते ही रोहन बोपन्ना द्वारा 2026 एशियाई खेलों में भाग लेने की संभावनाएं लुप्त हो गई हैं. याद दिला दें कि 2016 रियो ओलंपिक्स में बोपन्ना और सानिया मिर्ज़ा की टीम मिक्स्ड डबल्स के सेमीफाइनल में जाने के बाद भी पदक जीतने से वंचित रह गई थी. इस बार उनके पास मौका था कि वो श्रीराम बालाजी के साथ मिलकर अपने ओलंपिक मेडल जीतने के सपने को पूरा करें, लेकिन फ्रांस के गेल मोनफिल्स और रोजर वैसेलिन की जोड़ी ने ऐसा नहीं होने दिया.
6 बार के ग्रैंड स्लैम फाइनलिस्ट
रोहन बोपन्ना अपने ऐतिहासिक टेनिस करियर में 6 बार डबल्स कम्पटीशन में ग्रैंड स्लैम फाइनलिस्ट रहे हैं. इसके अलावा उन्हें 2 बार का ग्रैंड स्लैम चैंपियन बनने का भी गौरव हासिल है. बोपन्ना ने 2017 में कनाडा की गेब्रियला डैब्रोवस्की के साथ मिलकर मिक्स्ड डबल्स में फ्रेंच ओपन का खिताब जीता था. वहीं 2024 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू एब्डन के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब अपने नाम किया है.
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