इंग्लैंड के कप्तान जो रूट का मानना है कि आईसीसी को एजेस बाउल में पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे टेस्ट के पांच दिनों के दौरान केवल 134.3 ओवरों के बाद खराब रोशनी के लिए प्रोटोकॉल की समीक्षा करने की जरूरत है. अप्रत्याशित रूप से, खेल अंतिम दोपहर को ड्रॉ हुआ. रूट ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अधिकारी चमकने वाली गेंद का उपयोग करने, शुरूआती समय को आगे बढ़ाने और फ्लड लाइट्स को बेहतर बनाने पर विचार कर सकते हैं.
रूट ने कहा, " यह कुछ ऐसा है, जिसे उच्च स्तर पर हल करने की जरूरत है. यह मेरे वेतन ग्रेड से ऊपर का मामला है. लेकिन अलग-अलग चीजें हैं जिसका हम उपयोग कर सकते हैं और यह देख सकते हैं कि क्या अन्य तरीके हैं जिनसे हम इस देश में इस तरह की स्थिति से बचने के लिए काम कर सकते हैं. यह बहुत बड़ी बात है लेकिन कहीं न कहीं इसका समाधान खोजने की जरूरत है."
रूट ने इसके लिए अंपायरों को दोषी नहीं ठहराया और उन्होंने कहा, " हम सब खेल रहे हैं, लेकिन हम नहीं चाहते हैं कि खराब रोशनी या गीले मैदान के कारण कोई चोटिल हो या किसी का कोई नुकसान हो."पाकिस्तान की टीम सीरीज का पहला मैच तीन विकेट से हार गई थी और उसे सीरीज ड्रॉ कराने के लिए शुक्रवार से यहां शुरू हुए तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच को हर हाल में जीतना होगा.
इस बीच, रूट ने कहा कि वह पाकिस्तान में खेलना पसंद करेंगे. हालांकि उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि इस पर वह फैसला नही लेंगे. इंग्लैंड ने 2005 के बाद से ही पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है और टीम का 2022 में पाकिस्तान का दौरा करने का कार्यक्रम है.
इंग्लिश कप्तान ने कहा, " वहां, जाना और खेलना एक शानदार मौका होगा, व्यक्तिगत रूप से. खेलने के लिए वह शानदार देश नजर आता है."