Who Is Rufus The Hawk Eagle: वर्ल्ड के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित टेनिस टूर्नामेंट विम्बलडन की शुरुआत इस बार 3 जुलाई से होने जा रही है. 146 साल पुराने इस ग्रैंड स्लैम का यह 136वां संस्करण होगा. इसका आयोजन कराने के लिए खास तैयारी भी की जाती है. कोर्ट की सुरक्षा के लिए पुलिस और गार्ड्स को तैनात करने के अलावा आसमान में उड़ने वाले कबूतरों और अन्य पक्षियों से कोर्ट को बचाने के लिए विशेष इंतजाम किए जाते हैं. इसके लिए एक बाज पक्षी को भी तैनात किया जाता है.


घास के कोर्ट पर खेले जाने वाले इस टूर्नामेंट में कबूतरों से कोर्ट को बचाने के लिए रूफस द हॉक एक हैरिस हॉक जो स्पेशल बाज है उसे ड्यूटी पर लगाया जाता है. इस बाज को ऑल इंग्लैंड लॉन टेनिस और क्रोकेट क्लब ने पाला है. हॉक को विम्बलडन के आयोजन का अहम सदस्य माना जाता है. रूफस से पहले यह काम हामिश बाज करता था.


रूफस को विम्बलडन कोर्ट की सुरक्षा करते हुए लगभग 15 साल हो गए हैं वह जब 16 हफ्तों का था उस समय से यह काम कर रहा है. रूफस मैच के दौरान लगातार आसमान में उड़ता रहता है और कबूतरों को कोर्ट के आसपास भी नहीं भटकने देता है.


साल 1877 में घास के कोर्ट पर हुई थी टूर्नामेंट की शुरुआत


विम्बलडन की शुरुआत साल 1877 में घास के कोर्ट पर हुई और उसके बाद से 146 के इतिहास में यह घास के कोर्ट पर ही आयोजित किया जा रहा है. 4 ग्रैंड स्लैम में यह अकेला टूर्नामेंट है जो घास के कोर्ट पर खेला जाता है. बाकी के 3 में ग्रैंड स्लैम में ऑस्ट्रेलियन ओपन और यूएस ओपन हार्ड कोर्ट पर जबकि फ्रेंच ओपन क्ले कोर्ट पर खेला जाता है. इस बार विम्बलडन में प्राइज मनी में भी 11 फीसदी की वृद्धि की गई है, जिसमें दोनों सिंगल्स चैंपियन को करीब 24.49 करोड़ रुपए मिलेंगे. जबकि रनरअप को 12.25 करोड़ रुपए के करीब मिलेंगे.


 


यह भी पढ़ें...


Ashes 2023: नाथन ल्योन ने किया बड़ा खुलासा, बताया क्यों चोट लगने के बाद भी मैदान पर बैटिंग के लिए आए