दुनिया के लेजेंड्री बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने जब छोटी सी उम्र में अपने क्रिकेट करियर की शुरूआत की तब उन्होंने कई ऐसे बड़े गेंदबाजों पर हमला बोला जिनका क्रिकेट जगत में बोलबाला था. तेंदुलकर की तकनीक सबसे बेहतरीन थी. उनके कवर ड्राइव से लेकर उनका बल्ले का पोजिशन सबकुछ ऐसा लगता था जैसे उन्हें परफेक्ट कोचिंग दी गई हो.


फ्रंट फुट की मजबूती से लेकर बैकफुट, कट शॉट, तेज गेंदबाजों की पिटाई तो वहीं स्पिनर्स के खिलाफ अपना स्किल दिखाना. तेंदुलकर की यही खासियत थी. तेंदुलकर ने उस सदी में बल्लेबाजी की जिसमें तेज गेंदबाजों का बोलबाला हुआ करता था. वो दौर छक्के, चौकों का नहीं बल्कि क्लास बल्लेबाजी का था.


इसमें कोई दो राय नहीं कि आज भी तेंदुलकर को दुनिया का सबसे महान बल्लेबाज कहा जाता है जिन्हें गेंदबाजी करना बेहद मुश्किल है. वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज और वर्तमान कमेंटेटर इयान बिशप ने हाल ही में कहा है कि तेंदुलकर को उस दौरान गेंदबाजी करना सबसे मुश्किल था.


बिशप का शानदार करियर था लेकिन कई सारी इंजरी की वजह से उनका करियर खत्म हो गया. उन्होंने 80 और 90 के दशक के कई बल्लेबाजों के सामने गेंदबाजी की लेकिन तेंदुलकर के सामने उनकी एक न चल पाई.


बिशप ने बताया कि तेंदुलकर उनके करियर के वो बल्लेबाज थे जिनके सामने गेंदबाजी करना बेहद मुश्किल था. वो हमेशा सीधे लाइन में मारते थे. बिशप ने 9 मैच खेले हैं जहां 4 टेस्ट और 5 वनडे में उन्होंने तेंदुलकर को गेंदबाजी की है. इस दौरान उन्होंने सचिन को 3 बार आउट किया है.


तेंदुलकर ने अपने करियर में 200 टेस्ट और 15921 रन बनाए हैं. इश दौरान उनका एवरेज 53.78 का था वहीं वनडे में उन्होंने 463 मैच खेले हैं जहां उनके 18426 रन हैं. इस दौरान उनका एवरेज 44.83 का था.