अब हम आपको बताते हैं कि आखिर क्यों हमने उन्हें खेल के मैदान के बाहर भी इतना महान सितारा बताया. सचिन ने आज अपने सभी फैंस को सरप्राइज़ देते हुए इंस्टाग्राम पर अपने पुराने दोस्त विनोद कांबली के साथ तस्वीर शेयर की है. इसके कैप्शन में उन्होंने कांबली को भी 'ज़िंदगी भर का दोस्त' बताया है.
सचिन की इस तस्वीर में खुद सचिन और कांबली के अलावा मुंबई रणजी टीम और भारतीय क्रिकेट टीम के कई नामी और मशहूर खिलाड़ी भी नज़र आए. इस तस्वीर में टीम इंडिया के पूर्व गेंदबाज़ अजीत अगरकर, अमोल मजूमदार, नीलेश कुलकर्णी जैसे कई और क्रिकेटर भी शामिल हैं.
इस तस्वीर को पोस्ट कर सचिन ने लिखा, 'खेल ने मुझे जो सबसे अद्भुत चीज़ दी वो है 'ज़िंदगी भर के दोस्त', इन लोगों के साथ मैदान पर या मैदान के बाहर कभी कोई लम्हा नीरस नहीं हो सकता.'
सचिन तेंदलुकर और पूर्व भारतीय बल्लेबाज़ विनोद कांबली के रिश्ते में खटास की खबरें अकसर सार्वजनिक होती रही हैं. जबकि इन दोनों स्टार्स की दोस्ती की मिसाल भी स्कूल के दिनों से लेकर भारतीय टीम का हिस्सा बनने तक दी जाती रही.
सचिन-कांबली की जोड़ी ने 1988(स्कूल के दिनों) में दो दशकों से भी ज्यादा तक पहाड़ की तरह डटा रहने वाला 664 रनों की साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया था. इस रिकॉर्ड के बाद इन दोनों ने एक अलग पहचान बनाई. तब से लेकर भारतीय टीम में आने तक कई मौकों पर मुंबई के इन दोनों सितारों ने क्रिकेट के मैदान पर अपनी काबीलियत का लोहा मनवाया.
भारतीय टीम से विदा होने के कुछ साल बाद विनोद कांबली ने टीवी चैनल पर एक बयान देकर सबको हैरान कर दिया था कि 'मुश्किल वक्त में सचिन ने उनका साथ नहीं दिया.'
इसके बाद विनोद कांबली साल 2013 में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ सचिन तेंदुलकर के करियर के आखिरी टेस्ट में भी मैदान पर मौजूद नहीं रहे. जबकि सचिन ने अपनी आत्मकथा 'सचिन: ए बिलियन ड्रीम्ज़' में कांबली का ज़िक्र तक नहीं किया.
लेकिन अब ये खटास दूर होती नज़र आ रही है और बीते कुछ दिनों में ही इन दोनों दोस्तों को दूसरी बार एक साथ देखा गया है. हाल ही में मुंबई में एक बुक लॉन्च के मौके पर दोनों पुराने साथियों को एक साथ देखा गया था. अब इस तस्वीर में एक बार फिर दोनों साथ-साथ नज़र आए हैं.