भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शानदार प्रदर्शन कर टेस्ट सीरीज और टी20 सीरीज अपने नाम की. भले ही इस दौरे पर भारत को वनडे सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इसके टीम ने शानदार वापसी करते हुए पहले टी20 सीरीज जीती और फिर टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को हराकर एक बार फिर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम की.
टेस्ट सीरीज के पहले मैच में भारत को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन टीम ने हार नहीं मानी और अपने मेन खिलाड़ियों की गैर-मौजूदगी में मजबूत ऑस्ट्रेलियाई टीम को धूल चटाकर चार मैचों की टेस्ट सीरीज 2-1 से अपने नाम की. इस सीरीज में युवा विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत का बोलबाला रहा और उन्होंने भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए.
पंत की इस कामयाबी के बाद जहां क्रिकेट पंडित अब ये मान रहे हैं कि रिद्धिमान साहा की टीम इंडिया में वापसी अब लगभग असंभव है. वहीं साहा इस बात को पूरी तरह से नकार रहे हैं. अंग्रेजी अखबार 'हिंदुस्तान टाइम्स' से बातचीत में साहा ने इस बारे में खुलकर बात की है.
सबसे पहले टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम की जीत के बारे में बात करते हुए साहा ने कहा, "गाबा टेस्ट की चौथी पारी में शुभमन गिल और चेतेश्वर पुजारा की पारियों ने आगे के बल्लेबाज़ों के लिए नींव रखी. यहीं कारण रहा कि पंत ने इसके बाद खुलकर बल्लेबाजी की और हमने ऑस्ट्रेलिया को ब्रिस्बेन में 32 साल बाद हार का स्वाद चखाया."
साहा ने आगे कहा, "मेरा मानना है कि गाबा टेस्ट में पुजारा ने जिस तरह से टिक कर बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों का हौसला तोड़ा वह हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण रहा. इसके बाद अजिंक्य रहाणे की वह 24 रनों की पारी भी काफी महत्वपूर्ण रही."
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अपने प्रदर्शन को लेकर साहा ने कहा कि एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट में मैं टीम का हिस्सा था, लेकिन मैं वहां उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाया. उन्होंने कहा, "प्लेइंग इलेवन में किसी शामिल करना है और किसे नहीं, ये कप्तान और टीम मैनेजमेंट पर डिपेंड करता है. मुझे एडिलेड टेस्ट से ठीक पहले पता चला कि मैं खेल रहा हूं. लेकिन मैं उसमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर सका."
ऋषभ पंत के बारे में बात करते हुए साहा ने कहा, "आप इसे नकार नहीं सकते हैं कि पंत एक बेहतर बल्लेबाज़ हैं. लेकिन मैंने बचपन से ही पहले अपनी विकेटकीपिंग पर काम किया है और उसके बाद बल्लेबाज़ी पर. मुझे नहीं पता कि पंत इस बारे में क्या सोचते हैं. लेकिन यह सच है कि जब वह बल्लेबाज़ी करने उतरते हैं तो उनमें एक अलग ही आत्मविश्वास देखने को मिलता है. खैर, यह टीम मैनेजमेंट पर निर्भर करता है कि वह टीम में एक अतिरिक्त बल्लेबाज को खिलाते हैं या फिर एक विकेटकीपर को."
पंत ने जिस तरह ऑस्ट्रेलिया में बल्लेबाज़ी की, उसे देखते हुए ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि अब साहा की टीम में वापसी लगभग असंभव है. इस बारे में उन्होंने कहा, "टीम में किसे जगह मिलेगी और किसे नहीं इस बात का फैसला टीम मैनेजमेंट का होता है. ईमानदारी से कहूं तो मुझे इसे लेकर पंत से किसी तरह की कई समस्या नहीं है और उसे भी नहीं होना चाहिए."
साहा ने कहा, ''मैं हमेशा चाहता हूं वह अच्छा खेलें, क्योंकि आखिर में में हम दोनों का मकसद एक ही होता है और वो है भारत की जीत. ऐसे में मुझे पंत के साथ किसी तरह की कोई समस्या नहीं है.''
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