Sakshi Malik Harassment: ओलंपिक में देश के लिए मेडल लाना हर एथलीट का सपना होता है. इस सपने को पूरा करने के लिए एथलीट्स बचपन से जवानी तक अपना सबकुछ अभ्यास में झोंक देते हैं. किसी भी खेल में महारत हासिल करना आसान काम नहीं होता है. एथलीट्स को अपनी जिंदगी का एक बड़ा हिस्सा खेल को समर्पित करना होता है. वहीं अगर ओलंपिक में भारत के लिए मेडल लाने वाली किसी महिला एथलीट के साथ छेड़छाड़ और शोषण हो, तो सुनने में बहुत खराब लगता है.


भारत के लिए ओलंपिक पदक जीतने वाली पूर्व महिला पहलवान साक्षी मलिक (Sakshi Malik) ने अपनी ऑटो-बायोग्राफी विटनेस में खुलासा करते हुए बताया कि कैसे बचपन में टीचर ने उन्हें प्रताड़ित किया. ट्यूशन टीचर ने साक्षी को बचपन में कई बार गलत तरीके से छूने की कोशिश की. साक्षी ने आगे बताया कि वह इस चीज को घर वालों को इस वजह से नहीं बता पाईं क्योंकि उन्हें लगता था कि यह उन्हीं की गलती है. 


अपनी किताब ने साक्षी ने ट्यूशन टीचर की घिनौनी हरकत के बारे में लिखा, "मैं इस बारे में अपने परिवार को नहीं बता पाईं क्योंकि मुझे लगता था कि इसमें मेरी गलती है. मेरे स्कूल के दिनों ट्यूशन देने वाला टीचर मुझे प्रताड़ित करता था. क्लास लेने के लिए बेवक्त अपने घर बुलाता और मुझे छूने की कोशिश करता. मैं ट्यूशन क्लास जाने से डरने लगीं, लेकिन मैं अपनी मां को नहीं बता पाईं."


2016 के ओलंपिक में जीता था मेडल


बता दें कि साक्षी मलिक ने 2016 के रियो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था. इसके अलावा साक्षी कॉमनवेल्थ में भी तीन मेडल जीत चुकी हैं. साक्षी ने 2014 में कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीता था. इसके अलावा 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने बॉन्ज मेडल अपने नाम किया था. फिर 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. 


 


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