ऑस्ट्रेलियन ओपन: मिक्स डबल के फाइनल मुकाबले में हारीं सानिया और डोडिग की जोड़ी
मेलबर्न: भारत की शीर्ष महिला टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा को रविवार खेले गए ऑस्ट्रेलियन ओपन के मिक्स डबल मुकाबले के फाइनल मैच में हार का सामना करना पड़ा. इस तरह सानिया मिर्जा को सातवें ग्रैंडस्लैम खिताब के लिये अभी इंतजार करना होगा. सानिया और उनके क्रोएशियाई जोड़ीदार इवान डोडिग को अमेरिका की एबिगेल स्पीयर्स और कोलंबिया के जुआन सेबेस्टियन काबेल की गैरवरीयता प्राप्त जोड़ी से 2-6, 4-6 से हारया.
भारत और क्रोएशिया की दूसरी वरीयता प्राप्त मिक्स डबल जोड़ी को डोडिग की लगातार गलतियों का खामियाजा भुगतना पड़ा. इस क्रोएशियाई खिलाड़ी को आज अपनी सर्विस और ग्राउंडस्ट्रोक से जूझना पड़ा. सानिया और डोडिग की जोड़ी को किसी ग्रैंडस्लैम में दूसरी बार उप विजेता बनकर संतोष करना पड़ा. इससे पहले उन्हें 2016 के फ्रेंच ओपन के फाइनल में लिएंडर पेस और मार्टिना हिंगिस से हार का सामना करना पड़ा था.
सानिया ने अपना पहला ग्रैंडस्लैम ऑस्ट्रेलियाई ओपन में ही जीता था. उन्होंने और हमवतन महेश भूपति ने 2009 में तब मिक्स डबल का खिताब हासिल किया था. उन्होंने आखिरी ग्रैंडस्लैम खिताब भी पिछले साल हिंगिस के साथ महिला युगल में ऑस्ट्रेलियाई ओपन में ही जीता था. पहले दो अंक गंवाने के बाद डोडिग ने 30-30 के स्कोर पर डबल फॉल्ट किया और फिर फोरहैंड बाहर मारकर मैच के पहले गेम में ही सर्विस गंवा दी.
काबेल और स्पीयर्स शुरू से ही बेहतरीन फॉर्म में थी और उन्होंने नेट पर भी शानदार खेल दिखाया. सानिया ने भी तीसरे गेम में अपनी सर्विस गंवा दी. वह काबेल की शानदार वॉली थी जो दोनों खिलाड़ियों से काफी पीछे पड़ी जिससे उन्होंने ब्रेक प्वाइंट हासिल किया. स्पीयर्स ने बैकहैंड सर्विस रिटर्न विनर जमाकर ब्रेक हासिल करके 3-0 की बढ़त बनायी.
इसके बाद स्पीयर्स सेट के लिये सर्विस कर रही थी लेकिन उसने पहले दो अंक गंवा दिये जिससे स्कोर 0-30 हो गया. इसके तुरंत बाद डोडिग ने फोरहैंड विनर लगाया जिससे यह टीम ब्रेक प्वाइंट तक पहुंची लेकिन वे इसका फायदा नहीं उठा पाये.
सानिया ने निर्णायक अंक पर अपना बैकहैंड बाहर मार दिया और इस तरह से उन्होंने पहला सेट गंवा दिया. दूसरे सेट के शुरू में ही डोडिग अपनी सर्विस पर दबाव में आ गये थे. एक बार उनकी सर्विस टूटने की नौबत आ गयी थी लेकिन वह इसे बचाने में सफल रहे. इसके बाद सानिया और डोडिग ने अगले गेम में ब्रेक प्वाइंट लेकर स्कोर 2-0 कर दिया. सानिया ने अपनी सर्विस आसानी से बचाकर जल्द ही स्कोर 3-0 करके वापसी के अच्छे संकेत दिये.
सानिया ने हालांकि सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवा दी जिससे काबेल और स्पीयर्स को वापसी का मौका मिल गया. भारतीय खिलाड़ी ने डबल फाल्ट किया जिससे उनकी प्रतिद्वंद्वी टीम को दो ब्रेक प्वाइंट मिल गये. स्पीयर्स ने सिर के उपर से शानदार वॉली जमाकर पहले ब्रेक प्वाइंट पर ही अंक बना दिया. इसके बाद स्पीयर्स ने अपनी सर्विस बचायी और दोनों टीमें 4-4 से बराबरी पर आ गयी. डोडिग आज अपनी लय में नहीं थे और उन्होंने दो डबल फाल्ट किये. इनमें से दूसरा डबल फाल्ट ब्रेक प्वाइंट पर किया गया. इसके बाद काबेल ने अपनी सर्विस पर अंक बनाकर खिताब जीता.