ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 मैच में जडेजा का कनकशन लेने की वजह से टीम इंडिया सवालों के घेरे में हैं. पूर्व दिग्गज खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग ना सिर्फ टीम इंडिया के बचाव में उतरे हैं बल्कि कनकशन को लेकर एक महत्वपूर्ण बात भी बताई है. सहवाग ने कहा कि सिर की चोट से संबंधित लक्षण गेंद लगने के 24 घंटे बाद तक भी दिखायी दे सकते हैं.
वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि भारतीय टीम रविंद्र जडेजा के कनकशन विकल्प को लेने में बिलकुल सही था. सहवाग ने कहा, ''हमारी तरफ से यह फैसला सही था क्योंकि रविंद्र जडेजा खेलने के लिये फिट नहीं थे और वह गेंदबाजी भी नहीं कर सकते थे.''
सहवाग ने कहा कि टीम इंडिया ने नियम का सही फायदा लिया. उन्होंने कहा, ''यह मौका था जो भारतीय टीम को मिला क्योंकि उनके सिर पर गेंद लगी थी और जब आपके सिर पर गेंद लगती है तो कोई भी यह नहीं कह सकता कि कनकशन उसी समय होगा. इसमें समय लगता है. आपको लक्षण 24 घंटे के अंदर भी मिल सकते हैं. इसलिये भारतीय टीम ने नियम का सही फायदा लिया.''
इसलिए नहीं करनी चाहिए ऑस्ट्रेलिया को शिकायत
सहवाग ने कहा, ''जब स्टीव स्मिथ को सिर पर गेंद लगी थी तो मार्नस लाबुशेन उनकी जगह बल्लेबाजी करने आये थे और उन्होंने रन बनाये थे. इसलिये आस्ट्रेलिया को भी यह फायदा मिला था. इसलिये मुझे लगता है कि आस्ट्रेलिया को शिकायत नहीं करनी चाहिए.''
सहवाग ने आगे कहा, ''उनका तर्क भले ही यह हो कि जडेजा ने बल्लेबाजी करना जारी रखा और रन बनाये लेकिन जब आप अपना हेलमेट ड्रेसिंग रूम के अंदर हटाते हो तो आप सूजन देख सकते हो और आपको चक्कर भी आ सकते हैं. इसकी संभावना है.''
सहवाग ने हेलमेट पर गेंद लगने संबंधी अपने अनुभवों को भी शेयर किया है. बता दें कि पहले टी20 मुकाबले में टीम इंडिया ने फील्डिंग के दौरान जडेजा के कनकशन के तौर पर चहल को मैदान में उतारा.
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