मैनचेस्टर: विश्व कप के पहले सेमीफाइनल में बारिश की बाधा के बाद दूसरे दिन न्यूज़ीलैंड ने अपनी बल्लेबाज़ी पूरी कर ली है और भारत के सामने जीत के लिए 240 रनों का लक्ष्य रखा है. कीवी टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में 8 विकेट के नुकसान पर 239 रन बनाए. रिजर्व डे पर आज दूसरे दिन न्यूजीलैंड ने बाकी बचे 23 गेंदों का सामने किया और अपने कल के स्कोर में 28 रन जोड़े.
न्यूज़ीलैंड की तरफ से केन विलियमसन ने 67 तो वहीं रॉस टेलर ने 74 रन की पारी खेली. भारत की तरफ शानदार गेंदबाज़ी का नजारा पेश किया गया. भुवनेश्वर कुमार ने बेहतरीन गेंदबाज़ी की और अपने 10 ओवर में 43 रन देकर 3 विकेट झटके.
भारत और न्यूजीलैंड के बीच विश्व कप का पहला सेमीफाइनल जो कल बारिश की वजह से पूरा नहीं हो पाया था, अब मैच आज रिजर्व डे को पूरा किया गया. बारिश के कारण मैच कीवी टीम की पारी के 46.1 ओवर बाद रुका, फिर शुरू नहीं हो सका. न्यूजीलैंड ने मैच रुकने तक पांच विकेट पर 211 रन बना लिए थे.
सेमीफाइनल में कल भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया. न्यूजीलैंड को बड़ा स्कोर बनाने से रोक दिया. न्यूजीलैंड के सबसे इन फॉर्म बल्लेबाज कप्तान केन विलियमसन भी बड़ी पारी नहीं खेल सके. पहले 10 ओवर में न्यूजीलैंड ने 1 विकेट गंवाकर 27 रन बनाए. 11 से 20 ओवर में न्यूजीलैंड ने एक विकेट गंवाकर 46 रन बनाए. 21 से 30 ओवर के बीच न्यूजीलैंड ने बिना विकेट गंवाए 40 रन बनाए. 31 से 40 ओवर के बीच में न्यूजीलैंड ने 1 विकेट गंवाकर 42 रन बनाए.
दरअसल, न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. मैदान पर बादल थे और पिच में नमी. इसका पूरा फायदा जसप्रीत बुमराह एंड कंपनी ने उठाया. शुरुआत में तो बुमराह और भुवी ने सटीक गेंदबाजी कर न्यूजीलैंड को मैच से आधा बाहर ही कर दिया था. न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने कुल 153 गेंद डॉट खेली. मतलब 25.3 ओवर में उन्होंने एक भी रन नहीं बनाया. खेल रोके जाने तक न्यूजीलैंड की पूरी पारी में 14 चौके और 1 छक्का लगा.
ये आंकड़े बताने के लिए काफी हैं कि कीवी बल्लेबाजों को भारतीय गेंदबाजों ने कितना परेशान किया. तेज गेंदबाजों की बात करें तो खेल रोके जाने तक बुमराह ने 8 ओवर में सिर्फ 25 रन देकर एक विकेट लिया. जबकि भुवी ने 8.1 ओवर में 39 रन देकर 1 विकेट लिया. हार्दिक पांड्या ने 10 ओवर में एक विकेट के लिए 55 रन दिए.
भारतीय स्पिनर्स में जडेजा ने शानदार गेंदबाजी की जबकि चहल थोड़े महंगे साबित हुए लेकिन विकेट दोनों को मिला. जडेजा ने 10 ओवर में 34 रन देकर एक विकेट लिया जबकि चहल को एक विकेट के लिए 63 रन खर्च करने पड़े.
भारतीय गेंदबाजों ने सेमीफाइनल में जिस तरह का प्रदर्शन किया है, उससे उन्होंने भारत को आधा तो फाइनल में पहुंचा ही दिया है. अब टीम इंडिया को फाइनल में पहुंचाने की जिम्मेदारी बल्लेबाजों पर होगी और जिस तरह भारतीय बल्लेबाजी इस वर्ल्ड कप में दिखी है, उससे भारत का फाइनल में पहुंचना तय ही लग रहा है.