मैनचेस्टर: न्यूजीलैंड के साथ सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय टीम की हार के बाद भारत के वर्ल्ड चैम्पियन बनने की तमाम उम्मीदें खत्म हो गई हैं. भारत बनाम न्यूजीलैंड के बीच सेमीफाइनल का मैच कल बारिश के कारण रुक गया था. इसके बाद मैच आज वहीं से शुरू हुआ जहां से ये रुका था. आज न्यूजीलैंड ने खेल की शुरूआत 211 रन के बाद की और कुल 50 ओवर में भारत के सामने 240 रन बनाने का लक्ष्य दिया था. यहां जानें ऐसी कौन सी गलती भारत पर भारी पड़ी जिसके कारण टीम को आज हार का सामना करना पड़ा.
भारत के हार की वजह रही ये पांच गलतियां-
- वर्ल्डकप में मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम पर इस मुकाबले से पहले अभी तक सात मुकाबले खेले गए जिसमें से पांच बार पहली बल्लेबाजी करने वाली टीम जीती. भारत के लिए यहां टॉस हारना भारी पड़ा.
- भारत को शुरुआत में ही तीन बड़े झटके लगे जिससे टीम मुश्किल में फंस गई
- दिनेश कार्तिक की जगह केदार जाधव को खिलाना सही निर्णय साबित हो सकता था
- महेंद्र सिंह धोनी अगर चार नंबर पर बल्लेबाजी करने आते तो शायद आखिरी के ओवरों के लिए रिषभ पंत और हार्दिक पांड्या बचे रह सकते थे
- इन सारी चीजों के बाद भी रवींद्र जडेजा 48वें ओवर की आखिरी गेंद पर ऑउट नहीं होते और धोनी रन ऑउट नहीं होते तो मैच का परिणाम कुछ और हो सकता था.
बता दें कि मैच में रवींद्र जडेजा और महेंद्र सिंह धोनी ने शतकीय साझेदारी की. इससे भारतीय टीम के फैंस की उम्मीदें बढ़ी और सभी लोगों को लगने लगा कि भारतीय टीम अब ये मैच जीत जाएगी. लेकिन इसके बाद वो हुआ जिसकी उम्मीद किसी भारतीय फैंस ने नहीं की थी. महेंन्द्र सिंह धोनी रन ऑउट हो गए. इसके बाद भारतीय टीम और 130 करोड़ भारतीय प्रशंसकों की उम्मीदें खत्म हो गईं. हार के लिए टीम के कप्तान कोहली ने बल्लेबाजों के खराब शॉट को जिम्मेदार माना.
टॉस ने भी भारत को हराया
बता दें मैनचेस्टर के ओल्ड टैफोर्ड पर आज जहां मैच हो रहा था वहां इससे पहले वर्ल्डकप के सात मुकाबले हो चुके हैं. इन सात मुकाबलों में से पांच बार उस टीम को जीत मिली जिसने पहले बल्लेबाजी की थी. भारतीय फैंस को पहला झटका तब लगा जब भारतीय कप्तान कोहली टॉस हार गए. हालांकि, भारतीय बॉलरों ने न्यूजीलैंड की टीम को बांधे रखा और एक-एक रन के लिए मजबूर कर दिया. इसी का परिणाम रहा कि न्यूजीलैंड की पूरी टीम 239 रनों पर ऑलआउट हो गई.
हालांकि भारतीय बल्लेबाज छोटे लक्ष्य का पीछा करने में धाराशायी हो गए. टीम ने शुरुआत में ही अपने तीन महत्वपूर्ण विकेट गंवा दिए. फिर टीम बीच में उबरी लेकिन धोनी और जडेजा के विकेट गिरते ही भारतीय टीम पूरे 50 ओवर भी नहीं खेल सकी.
हार के बाद कोहली ने क्या कहा
विराट कोहली ने इस हार के बाद कहा, ''हमारे लिए मैच का पहला हाफ काफी अच्छा था, हमने बहुत अच्छा खेल दिखाया. हमें जो करना चाहिए था हमने वही किया. हमने सोचा कि हमने न्यूज़ीलैंड को एक ऐसे स्कोर पर रोक लिया जिसे हम चेज़ कर सकते हैं. लेकिन जिस तरह से उन्होंने गेंदबाज़ी की उसने मैच में फर्क पैदा कर दिया.''
कप्तान विराट कोहली ने इस हार के बाद भी रविन्द्र जडेजा की तारीफ की और कहा, ''जडेजा ने दोनों मैचों में शानदार प्रदर्शन किया, उनका प्रदर्शन टीम के लिए एक पॉज़ीटिव चीज़ है. ये स्वीकार करना मुश्किल है लेकिन न्यूज़ीलैंड की टीम इस जीत को डिज़र्व करती है. उन्होंने हमें दबाव में रखा.''
साथ ही कप्तान ने बताया कि टीम के बल्लेबाज़ों का शॉट सलेक्शन बहुत खराब था. जिसकी वजह से ये हार देखनी पड़ी. हालांकि इसके साथ ही उन्होंने कहा कि टीम ने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन खेल दिखाया लेकिन नॉकआउट में न्यूज़ीलैंड की टीम ने हमसे ज्यादा बहादुरी से क्रिकेट खेला.
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