नागपुर: ओलंपिक मेडल विजेता साइना नेहवाल और पीवी सिंधू पहली बार सीनियर बैडमिंटन नेशनल चैंपियनशिप के फाइनल में एक दूसरे भिड़ेंगी. दुनिया की 11वें नंबर की खिलाड़ी साइना को पांचवीं वरीय अनुरा प्रभुदेसाई को 21-11 21-10 से हराने में अधिक पसीना नहीं बहाना पड़ा. दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी सिंधू को हालांकि रुतविका शिवानी ने कड़ी चुनौती दी और शीर्ष वरीय खिलाड़ी को सेमीफाइनल में 17-21, 21-15, 21-11 की जीत के दौरान कड़ी मशक्कत करनी पड़ी.
पुरुष सिंगल्स के फाइनल में दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत और जाइंट किलर एचएस प्रणय खिताबी मुकाबले में आमने सामने होंगे.
दूसरे वरीय प्रणय ने शुभंकर डे को 21-14 21-17 से हराया जबकि शीर्ष वरीय श्रीकांत ने उभरते हुए खिलाड़ी लक्ष्य सेन को 21-16 21-18 से हराकर फाइनल में जगह बनाई. कल होने वाला फाइनल एक हफ्ते से कुछ समय पूर्व हुए फ्रेंच ओपन सेमीफाइनल की ही तरह होगा जहां इन दोनों के बीच रोमांचक मुकाबला खेला गया था.
साइना बनाम सिंधू के इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने की पुष्टि करने के बाद से ही इन दोनों स्टार खिलाड़ियों के बीच फाइनल की उम्मीद की जा रही थी.
साइना ने 2006 और 2007 में लगातार दो खिताब जीतने के बाद से सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं लिया था जबकि सिंधू भी 2011 और 2013 मे खिताब जीतने के बाद से इस टूर्नामेंट में नहीं खेली थी.
मिक्स डबल के फाइनल में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी का सामना प्रणव जैरी चोपड़ा और एन सिक्की रेड्डी की शीर्ष वरीय जोड़ी से होगा. सात्विकसाईराज और अश्विनी की जोड़ी ने सेमीफाइनल में संयम शुक्ला और संयोगिता घोरपड़े की जोड़ी के पहले गेम में ही मैच से हटने पर फाइनल में प्रवेश किया.
प्रणव और सिक्की को हालांकि एक घंटे से अधिक समय तक चले सेमीफाइनल में एल्विन फ्रांसिस और अपर्णा बालन की जोड़ी को 21-16 22-24 21-8 से हराने में काफी पसीना बहाना पड़ा. महिला युगल फाइनल में सिक्की और अश्विनी की शीर्ष वरीय जोड़ी की भिड़ंत संयोगिता और प्राजक्ता सावंत की जोड़ी से होगी.
शीर्ष वरीय जोड़ी ने सेमीफाइनल में अपर्णा और श्रुति केपी को 21-10 21-14 से हराया जबकि संयोगिता और प्रजक्ता ने रुतापर्णा पांडा और मिथुला यूके की जोड़ी को 18-21 21-12 21-16 से हराकर बाहर का रास्ता दिखाया.
इस साल बुल्गारिया ओपन का खिताब जीतने वाले 16 साल के लक्ष्य ने जज्बा दिखाया लेकिन नियंत्रण की कमी के कारण अनुभवी श्रीकांत को टक्कर नहीं दे पाए. पिछले साल सीनियर राष्ट्रीय प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचने उत्तराखंड के लक्ष्य ने पहले गेम में 7-6 और फिर 10-9 की बढ़त बनाई लेकिन ब्रेक के समय वह 10-11 से पीछे थे. ब्रेक के बाद श्रीकांत ने धीरे धीरे बढ़त को बढ़ाया और फिर आसानी से गेम जीत लिया.
दूसरे गेम में श्रीकांत शुरू में नियंत्रण में दिखे और समय 12-7 से आगे थे. लक्ष्य ने हालांकि इसके बाद लगातार सात अंक जुटाते हुए 14-12 की बढ़त बना ली. श्रीकांत ने हालांकि इसके बाद वापसी करते हुए गेम और मैच जीत लिया.
श्रीकांत और प्रणय के बीच फाइनल में एक और रोमांचक मुकाबले की उम्मीद है. दोनों के बीच अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन में चार मुकाबले हुए हैं जिसमें श्रीकांत ने पिछले तीन में जीत दर्ज की है.