स्पॉट फिक्सिंग करने वालों को होनी चाहिए फांसी की सजा: जावेद मियांदाद
जावेद मियांदाद का मानना है कि जो खिलाड़ी क्रिकेट में भ्रष्टाचार करे उसे सज़ा के तौर पर फांसी पर चढ़ा देना चाहिए. मियांदाद ने कहा कि एक क्रिकेटर के लिए फिक्सिंग से बड़ा कोई गुनाह नहीं हो सकता.
नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद खेल में भ्रष्टाचार को बिल्कुल भी नहीं लाना चाहते. अपने यूट्यूब चैनल में मियांदाद ने कहा कि जो भी भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हैं उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. वहीं जो लोग इस खेल में फिक्सिंग करनते हैं उन्हें भी कड़ी सजा मिलनी चाहिए. जावेद मियांदाद का ये बयान ऐसे वक्त आया है जब देश में भ्रष्टाचार में शामिल खिलाड़ियों को टीम में फिर से जगह देने की बात चल रही है.
अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए मियांदाद ने कहा, 'स्पॉट फिक्सिंग में शामिल क्रिकेटरों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. स्पॉट फिक्सिंग करने वालों को फांसी पर चढ़ा दिया जाना चाहिए, क्योंकि यह गुनाह उतना ही बड़ा है, जितना किसी का खून करना. ऐसे में सजा भी एकजैसी होनी चाहिए. ऐसा उदाहरण पेश किया जाना चाहिए जिससे कोई खिलाड़ी इसके बारे में सोच भी ना सके.'
बता दें कि पाकिस्तान क्रिकेट टीम के सीनियर ऑलराउंडर मोहम्मद हफीज ने इस बात पर बहस छेड़ दी थी कि जो खिलाड़ी क्रिकेट में करप्शन का दोषी पाया जाता है उसे पाकिस्तान क्रिकेट टीम में फिर से आऩे की इजाजत देनी चाहिए. उनकी इस बात पर पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी समेत कई अन्य खिलाड़ी ने भी उनका साथ देते हुए इसे सही बताया था. ऐसे में अब इसी पर मियांदाद ने अपना बयान दिया है.
उन्होंने कहा, “खिलाड़ियों के लिए आसान होता है कि पहले वे फिक्सिंग जैसे गलत काम करें, इससे पैसा कमाएं और फिर अपने कनेक्शन से टीम में वापसी कर लें. कोई गलती करेगा तो माफी मांगेगा ना, इसलिए बोर्ड को उदाहरण पेश करना चाहिए.”
मियांदाद का मानना है कि जो खिलाड़ी अपने साथी खिलाड़ी और देश से गद्दारी करे, वो इंसानियत के नाम पर भी गलत कर रहा है और उसे माफ नहीं किया जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि पीसीबी ऐसे खिलाड़ियों को माफ करके अच्छा नहीं कर रहा है. जो लोग ऐसे खिलाड़ियों को वापस लेकर आए हैं उन्हें खुद पर शर्म आनी चाहिए.