विजयवाड़ा: विजयवाड़ा में विदर्भ और आंध्र प्रदेश के बीच खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी मुकाबले के दौरान एक ऐसी घटना देखने को मिली जो आमतौर पर कम ही देखने को मिलती है. दरअसल, रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान एक सांप मैदान पर रेंगता हुआ नज़र आया. सांप को मैदान पर देखने के बाद मैच को बीच में ही रोकना पड़ा. इस मैच में विदर्भ के कप्तान फैज फजल ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया. जैसे ही खिलाड़ी मैदान पर आए और खेल शुरू होने वाला था तभी सांप आ गया और मैच रोक दिया गया.


सांप को मैदान पर देख न सिर्फ खिलाड़ियों के बल्कि ग्राउंड स्टाफ के पसीने छूट गए. सांप के अचानक मैदान में घुसने की वजह से मैच देर से शुरू हुआ. सांप की वजह से खेल को काफी देर तक रोकना पड़ा और सांप को मैदान से बाहर निकालने के लिए ग्राउंड स्टाफ को कड़ी मेहनत करनी पड़ी.


विजयवाड़ा का मैदान पहाड़ों के बीच में है और शायद इसी वजह से सांप मैदान में घुस गया. हालांकि, सांप को मैदान से बाहर निकालने के लिए ग्राउंड स्टाफ को काफी मशक्कत करनी पड़ी. बीसीसीआई डोमेस्टिक के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से एक वीडियो क्लिप पोस्ट की गई है जिसमें मैदान पर एक सांप रेंगता दिख रहा है. वीडियो में नजर आ रहा है कि मैदान से उसे बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है. इससे पहले कई बार मैदान पर कुत्तों और मधुमक्खियों के आ जाने के चलते मैच को रुकते देखा गया है, लेकिन सांप की वजह से मैच रोकने का ये पहला मौका है.





हालांकि अच्छी बात ये रही कि सांप की वजह से मैदान पर कोई भी अप्रिय घटना नहीं घटी और खिलाड़ियों के साथ-साथ सभी लोग एकदम सुरक्षित रहे. अब आपको हम यहां बताने जा रहे हैं कि ऐसे कौन-कौन से कारण रहे हैं जिनकी वजह से मैच को रोकना पड़ा है.


सूरज की रोशनी की वजह से रोके गए मैच


क्या आपने कभी सुना है कि सूरज की रोशनी की वजह से किसी अंतरराष्ट्रीय मैच को रोकना पड़ा हो... ऐसा हुआ है...और मजेदार बात ये है कि ऐसी एक नहीं दो-दो घटनाएं हैं. एक घटना तो इसी साल जनवरी में हुई है. मैच भी टीम इंडिया का ही था. दरअसल, जनवरी 2019 में भारतीय टीम न्यूज़ीलैंड के दौरे पर गई थी. नेपियर में पहला वनडे मैच खेला गया था और इस मैच में जब शिखर धवन बल्लेबाज़ी कर रहे थे तो सूर्य की रोशनी सीधे उनकी आंखों में पड़ रही थी. धवन ने इस बात की शिकायत अंपायर से की और अंपायरों ने इस समस्या को जांचने और परखने के बाद मैच को 30 मिनट रोकने का फैसला किया. आपको बता दें कि ये पहली बार नहीं था जब सूरज की रोशनी की वजह से मैच रोकना पड़ा हो. इससे पहले भी सन 1995 में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज़ के बीच खेले जा रहे टेस्ट मैच में इस तरह की घटना देखने को मिली थी.


मधुमक्खियों ने रुकवाया मैच


2017 में जोहानिसबर्ग में द. अफ्रीका और श्रीलंका के बीच खेले गए तीसरे वनडे मैच में मधुमक्खियों के चलते खेल को रोकना पड़ा था. इस मैच में टॉस दक्षिण अफ्रीका ने जीता और पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया. दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों की दमदार गेंदबाज़ी के चलते श्रीलंका ने 117 रन पर 4 विकेट खो दिए थे. श्रीलंकाई पारी के 27वें ओवर में जब क्रिस मॉरिस गेंदबाज़ी कर रहे थे तभी ना जाने कहां से अचानक से मधुमक्खियों का पूरा झुंड मैदान में आ गया. इसके चलते सभी खिलाड़ी और अंपायर मैदान में ही लेट गए. मधुमक्खियां काफी देर तक मैदान में ही रही जिसके चलते खिलाड़ी रेंगते हुए बाहर आए. इसके बाद अग्निशमन यंत्र के जरिए मधुमक्खियों को हटाने की कोशिश की गई लेकिन इसका कोई असर नहीं पड़ा. मैच रैफरी ने मधुमक्खियों के जाने तक मैच रोक दिया. इस दौरान विकेटकीपर क्विंटन डीकोक का हेलमेट जो मैदान पर पड़ा था उस पर काफी सारी मक्खियां बैठ गई. इस वाकये के चलते मैच 65 मिनट तक रोकना पड़ा था.


टोस्ट ने मैच रोकने पर किया मजबूर


2017-18 के शेफील्ड शील्ड मैच में न्यू साउथ वेल्स और क्वींसलैंड का मैच इस वजह से रुका क्योंकि फायर अलार्म बज गया था. जब खेल रोका गया तब न्यू साउथ वेल्स जीत से 18 रन दूर था और आधे घंटे खेल प्रभावित हुआ. वास्तव में नाथन लियोन ने टोस्ट जला दिया और इसके चलते फायर अलार्म बज उठा. फायरकर्मी मैदान में आ गए थे और एलन बॉर्डर फील्ड के उस हिस्से को खाली करना पड़ा था.


कार की वजह से रोकना पड़ा मैच


दिल्ली और उत्तर प्रदेश के बीच एयरफोर्स के पालम मैदान में चल रहे रणजी ट्रॉफी मैच में उस समय हड़कंप मच गया था, जब एक वैगन-आर कार सुरक्षा व्यवस्था को तोड़ते हुए पिच तक पहुंच गई. उस समय वहां पर भारतीय क्रिकेटर इशांत शर्मा, गौतम गंभीर और रिषभ पंत जैसे खिलाड़ी मौजूद थे. पालम ए ग्राउंड पर कई सुरक्षा प्रबंधों के बावजूद यह व्यक्ति कार लेकर मैदान में पहुंचा. यह अच्छी बात रही कि पिच और मैदान को कुछ नुकसान नहीं पहुंचा और थोड़ी देर बाद खेल शुरू हो गया.