नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मौजूदा एशेज सीरीज में स्पॉट फिक्सिंग विवाद में दिल्ली के सोबर्स जोबान का नाम सामने आ रहा है. आरोपी के पिता बलजीत जोबान ने बेटे पर लगे आरोपों को खारिज किया है. बलजीत ने कहा कि अभी जांच चल रही है, अगर मेरा बेटा दोषी पाया जाता है तो उसे फांसी पर लटका दिया जाए.
ब्रिटिश अखबार ‘द सन’ के स्टिंग में सोबर्स जोबान कथित सट्टेबाज प्रियांक सक्सेना के साथ यह दावा करते हुये दिख रहे कि वे 140,000 पाउंड के एवज में एशेज टेस्ट मैच फिक्स कर सकते हैं.
आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (एसीयू) ने हालांकि साफ किया कि पर्थ में खेले जा रहे मौजूदा मैच में सट्टेबाजी का कोई सबूत नहीं मिला.
सोबर्स जोबान के पिता बलजीत जोबान ने कहा, ‘‘ मेरे बेटे ने कभी भी इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया का दौरा नहीं किया है और वे (द सन) दावा कर रहे कि सोबर्स ने एशेज सीरीज के मैच को फिक्स किया होगा.’’
दिल्ली के विकासपुरी में लाल बहादूर शास्त्री कोचिंग सेंटर चलाने वाले सीनियर जोबान ने कहा, ‘‘ वह (सोबर्स) सिर्फ दुबई और रूस जाता है. रूस में उसकी गर्लफ्रेंड है जिससे वह जल्द ही शादी करने वाला है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल, मैं सोबर्स को किसी से बात नहीं करने दे रहा हूं. आईसीसी एसीयू से किसी ने हमसे संपर्क नहीं किया है.’’
इस स्टिंग में जोबान के साथ सक्सेना भी दिख रहा है जिसे दिल्ली पुलिस ने पिछले साल महिला क्रिकेटर को ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया था. सक्सेना ने महिला क्रिकेटर को राज्य टीम में शामिल करवाने का झूठा दावा किया था.
सक्सेना के बारे में पूछे जाने पर बलजीत ने कहा, ‘‘ मेरा बेटा अब बड़ा है और उसके हर चीज पर मैं नजर नहीं रख सकता. मुझे उसके दोस्तों के बारे में नहीं पता. मैं सिर्फ इतना जानता हूं कि यह बड़ी साजिश हैं.’’
बलजीत को दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के बड़े अधिकारियों के साथ फिरोजशाह कोटला मैदान में अक्सर देखा जाता है. वह दिल्ली के विभिन्न आयु वर्ग (अंडर-19 और अंडर-15) की टीम के प्रशासनिक मैनेजर रहे है. उन्हें बीसीसीआई के पूर्व उपाध्यक्ष और डीडीसीए के पूर्व अध्यक्ष स्नेह बंसल का करीबी माना जाता है.
बंसल को डीडीसीए में 1.5 करोड रुपये की कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले में पद से हटा दिया गया था.
बलजीत ने कहा, ‘‘ हां मैं स्नेह बंसल का करीबी हूं और हमेशा उनका वफादार रहूंगा.’’ सोबर्स को लीग मैचों में खेलते हुए देखने वाले डीडीसीए से जुड़े पुराने अधिकारी ने उसे औसत से कम दर्जे का क्रिकेटर बताया.
डीडीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘ जोबान अपने प्रभाव के दम पर 2007-08 में दिल्ली अंडर-23 टीम के लिये चुना गया था. वह औसत से कम दर्जे का क्रिकेटर था. उसने हिमाचल प्रदेश के लिए भी आयु वर्ग का क्रिकेट खेला है. पिता-पुत्र को बड़े और झूठे दावे करने के लिये जाना जाता है.’’