बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली कथित तौर पर आईसीसी के अगले अध्यक्ष बनने की दौड़ से बाहर हो गए हैं. हाल के दिनों में, कई रिपोर्टों ने सुझाव दिया कि भारत के पूर्व कप्तान इस पद के लिए सबसे आगे हैं, क्योंकि शशांक मनोहर जुलाई में आईसीसी के वार्षिक सम्मेलन के साथ अपने कार्यकाल के समाप्त होने के बाद एक और कार्यकाल के लिए खड़े नहीं होंगे.


सौरव गांगुली को पिछले साल अक्टूबर में बीसीसीआई अध्यक्ष चुना गया था, लेकिन उनका कार्यकाल जुलाई में तकनीकी रूप से समाप्त होने वाला है. जिसके बाद उन्हें तीन साल की कूलिंग पीरियड से गुजरना होगा. ऐसे में रिपोर्ट सामने आई कि सौरव गांगुली मनोहर की जगह अगले ICC अध्यक्ष बन सकते हैं.


हालांकि, पाकिस्तानी न्यूज आउटलेट द न्यूज के मुताबिक, यह दिग्गज बल्लेबाज अब दौड़ से बाहर हो गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पीसीबी प्रमुख एहसान मनी आश्चर्यजनक रूप से खेल के शासी निकाय के प्रमुख उम्मीदवार के रूप में उभरे हैं.


मनी के करीबी सूत्रों ने कहा कि मनी पर दबाव बढ़ रहा है कि वह कई शीर्ष टेस्ट खेलने वाले देशों में से आईसीसी अध्यक्ष की प्रतिष्ठित भूमिका को स्वीकार करे. दूसरी ओर, सौरव गांगुली इस दौड़ से बाहर हैं क्योंकि कई टेस्ट खेलने वाले देश विश्व क्रिकेट में "बहुत अधिक" भारतीय प्रभाव से वाकिफ हैं. लेकिन मनी को चुनाव लड़ने के लिए विभिन्न आईसीसी सदस्य देशों के प्रस्ताव को स्वीकार करना बाकी है.


एक सूत्र ने कहा कि, प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा आश्वस्त होने के बाद उन्होंने (मनी) पीसीबी अध्यक्ष बनने के लिए भूमिका स्वीकार की. उन्होंने जिम्मेदारी ली क्योंकि वह पाकिस्तान क्रिकेट की सेवा करना चाहते थे. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें चुनाव लड़ने के लिए सहमत किया जाता है तो वह समय से पहले पीसीबी छोड़ देंगे और आईसीसी चेयरमैन बनने के लिए तैयार हो जाएंगे.


उन्होंने कहा, 'कई क्रिकेट बोर्ड इस बात से सावधान रहे हैं कि आईसीसी में भारत का दबदबा बहुत बड़ा हो गया है. यही एक सबसे बड़ा कारण है कि वे बीसीसीआई के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं और सर्वसम्मति से उम्मीदवार के रूप में मनी का समर्थन करना चाहते हैं.