साउथ अफ्रीकी टीम के बल्लेबाज़ी कोच बैनकेस्टेन ने कहा, 'जब हमारी टीम 12/3 हो गई थी तो वो बेहद खराब ऐहसास था, उस वक्त मैं सोचने लगा था कि मैं होटल से ऊबर कैब बुक करके होटल लौट जाऊं, क्योंकि ये समझ में नहीं आ रहा था कि इस पिच पर किस तरह से रन बनाए जाएं.'
इसके बाद उन्होंने कहा, 'उनके(भारत) पास एक विशेष गेंदबाज़ी अटैक है. हालांकि एबी डीविलियर्स की शानदार क्लास और कप्तान डू प्लेसी की दृड़ता से खेल और उस पारी का रूख पूरा बदल गया.'
मेज़बान टीम के बल्लेबाज़ी कोच ने ये भी कहा, 'जिस एक ओवर में एबी डीविलियर्स ने भुवी को 17 रन जड़े वो पूरी तरह से गेम-चेंजर था. वो एबी की काबीलियत के दम पर था. आप उसे बतौर कोच ये नहीं कर सकते कि किस तरह बल्लेबाज़ी करनी है. उनकी इस शानदार पारी और 100 रनों की साझेदारी की मदद से हमने मुकाबले में वापसी की. जिसकी मदद से ड्रेसिंग रूम में भी विश्वास एक बार फिर से लौटा.'
हालांकि उन्होंने ये भी स्विकारा कि पहले बल्लेबाज़ी करना एक मुश्किल निर्णय था, कंडिशन्स के लिहाज़ से हमे एक अतिरिक्त बल्लेबाज़ के साथ मैदान पर उतरना चाहिए थे. लेकिन मिडिल ऑर्डर में एबी और फाफ के साथ हम अपने टॉप-6 बल्लेबाज़ों के साथ ही मैदान पर उतरे. जिसकी वजह से हम अपने बेस्ट बॉलिंग अटैक के साथ खेल रहे हैं. एक ग्रुप के तौर पर ये हमारी सर्वश्रेष्ठ टीम है.'
निचले क्रम के बल्लेबाज़ों के द्वारा दिए गए योगदान पर भी कोच ने कहा, 'मैं हमेशा हमारे गेंदबाज़ों को अच्छी बल्लेबाज़ी करने के लिए प्रेरित करता रहता हूं. मैं उन्हें कहता हूं कि उनमें ये तीन तो हमारे ऑल-राउंडर्स हैं. क्योंकि हमारे गेंदबाज़ों में से ज्यादातर बल्लेबाज़ी कर सकते हैं. जिसकी मदद से हमें स्कोर बड़ा करने में मदद मिलती है.'
भुवनेश्वर कुमार की आग उगलती गेंदबाज़ी से एक वक्त पर ऐसा लगने लगा था कि दक्षिण अफ्रीकी टीम जल्द ही ऑल-आउट हो जाएगी. लेकिन विरोधी टीम के सबसे अनुभवी बल्लेबाज एबी डीविलियर्स और फाफ डूप्लेसी ने तेज़ तर्रार पारियां खेलकर टीम को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में मदद की.
इन दोनों की अर्धशतकीय पारियों की मदद से साउथ अफ्रीकी टीम ने पहली पारी में 286 रन बनाए. जिसके जवाब में दिन का खेल खत्म होने से पहले टीम इंडिया की शुरूआत भी अच्छी नहीं रही और भारत ने अपने 3 बड़े विकेट गंवा दिए. पहले मुरली विजय, उसके बाद शिखर धवन और दिन का खेल खत्म होते-होते कप्तान विराट कोहली भी खराब शॉट खेलकर शिकार बन गए. दिन की समाप्ती पर भारत 28 रन बनाकर 3 विकेट गंवाकर खेल रहा है.
मुकाबला किस ओर करवट लेगा इसका निर्णय आज के मैच से होना तय लगता है.