स्पेनिश गोलकीपर को मिला कोच और साथी खिलाड़ियों का सर्मथन
हिएरो ने कहा, ''हमें उस पर संदेह नहीं है और उसे भी खुद पर किसी तरह का संदेह नहीं है. हम जानते हैं कि गोलकीपर स्पेशल पोजीशन होती है और उसके लिये अलग तरह की मनोस्थिति रखनी होती है और ईमानदारी से कहूं तो हमें कोई संदेह नहीं है.''
फीफा वर्ल्ड कप का बुखार फैंस के सिर चढ़ कर बोल रहा है. हालांकि फ्रांस को छोड़कर बाकी खिताब की दावेदार समझी जा रही टीमों ने अब तक अपने परफॉर्मेंस से निराश किया है. 2010 में वर्ल्ड कप अपने नाम करने वाली स्पेन का हाल भी कुछ ऐसा ही है. 2010 में स्पेन ने जब खिताब जीता था तो पूरे अभियान में सिर्फ दो गोल खाए थे, लेकिन पुर्तगाल ने उसके खिलाफ पहले मैच में ही 3 गोल कर दिए.
पहले मैच में 3 गोल खाने के बाद स्पेन के गोलकीपर डेविड डी जिया आलोचकों के निशाने पर हैं तो कोच और खिलाड़ियों ने उनका पूरा समर्थन किया है. पुर्तगाल के स्टार स्ट्राइकर क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने डि जिया की गलती का फायदा उठाकर हैट्रिक बनाई थी, जिससे स्पेन को अपना पहला मुकाबला 3-3 से ड्रा खेलना पड़ा. इसके बाद मैनचेस्टर यूनाईटेड के गोलकीपर डी जिया की क्षमता पर सवाल उठाये जाने लगे लेकिन टीम के नये कोच फर्नांडो हिएरो को उन पर कोई संदेह नहीं है.
हिएरो ने कहा, ''हमें उस पर संदेह नहीं है और उसे भी खुद पर किसी तरह का संदेह नहीं है. हम जानते हैं कि गोलकीपर स्पेशल पोजीशन होती है और उसके लिये अलग तरह की मनोस्थिति रखनी होती है और ईमानदारी से कहूं तो हमें कोई संदेह नहीं है.''
डी जिया की इकेर कैसिलास जैसे दिग्गज गोलकीपर से तुलना की जाती है और इसलिए किसी भी गलती के कारण वह आलोचकों के निशाने पर आ जाते हैं. डि जिया हालांकि आलोचनाओं से परेशान नहीं हैं. उन्होंने कहा, ''केवल गोलकीपर ही समझ सकता है कि यह काम कितना मुश्किल है. कोच मेरे साथ हैं. यह एक गलती थी और ऐसा हो सकता है.''