कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन के चौथे चरण में रविवार को दर्शकों के बिना खेल परिसरों को खोलने की अनुमति दी गई है जिससे मार्च से ही ठप्प पड़े अभ्यास शिविरों को फिर से शुरू करने का रास्ता भी अब साफ हो गया.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन के दौरान पालन किए जाने वाले दिशानिर्देशों में से एक में लिखा है, ‘‘खेल परिसर और स्टेडियमों को खोलने की अनुमति दी जायेगी, हालांकि दर्शकों को अनुमति नहीं होगी. ’’ तीसरे चरण का लॉकडाउन सोमवार को समाप्त हो गया लेकिन इसे 31 मई तक बढ़ा दिया गया है.


भारत में अभी तक 90,000 से ज्यादा कोविड-19 मामले सामने आये हैं जिसमें करीब 3000 लोग जान गंवा चुके हैं. हालांकि खेलों को उन कार्यक्रमों और जश्न में शामिल किया गया है जिन्हें अब तक अनुमति नहीं मिली है. खेल मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, ‘‘अभ्यास फिर से शुरू करना ही इन दिशानिर्देशों का एकमात्र निहितार्थ लगता है.’’ भारत में अभी केवल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के रूप में ही सबसे बड़ी प्रतियोगिता का आयोजन है जिसे अप्रैल में अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था.


रविवार को मिली कुछ छूट की घोषणा के बावजूद आईपीएल के हाल फिलहाल खाली स्टेडियमों में शुरू होने की संभावना भी नहीं है क्योंकि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रा पाबंदियां अब भी पहले की तरह लागू हैं.


देशव्यापी लॉकडाउन मार्च के मध्य से शुरू हुआ था और भारतीय खेल प्राधिरकण के पटियाला और बेंगलुरू में परिसरों में ओलंपिक में जगह बना चुके शीर्ष खिलाड़ी पिछले दो सप्ताह से अभ्यास शुरू करने की मांग कर रहे हैं.


ओलंपिक को इस घातक महामारी के कारण 2021 तक स्थगित कर दिया गया है. पिछले सप्ताह खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने कई वीडियो कांफ्रेन्स करके इस मामले में उनकी राय जानी थी. उन्होंने भारोत्तोलकों, हाकी खिलाड़ियों और ट्रैक एवं फील्ड के एथलीटों से भी बात की थी.