श्रीसंत के बैन की अवधि 7 साल हुई, 2020 में क्रिकेट मैदान पर कर सकते हैं वापसी
2013 में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए श्रीसंत पर मैच फिक्सिंग के आरोप लगे थे.
नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाद एस श्रीसंत को फिक्सिंग से जुड़े मामले में राहत मिल गई है. बीसीसीआई के लोकपाल डी के जैन ने स्पॉट-फिक्सिंग के मामले में श्रीसंत के लाइफ टाइम बैन को 7 साल कर दिया है. श्रीसंत के बैन के 6 साल पूरे हो चुके हैं और उनके क्रिकेट खेलने पर लगा बैन अगले साल अगस्त में समाप्त हो जाएगा.
बीसीसीआई ने 2013 में श्रीसंत समेत राजस्थान रॉयल्स के दो और खिलाड़ियों अंकीत चव्हाण और अजीत चंदीला को स्पॉट फिक्सिंग के मामले का दोषी पाते हुए लाइफटाइम बैन लगा दिया था. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस साल की शुरुआत में 15 मार्च को इस मामले के लिए अलग से कमेटी बनाई.
बीसीसीआई के लोकपाल की ओर से जारी किए गए फैसले के मुताबिक श्रीसंत का बैन घटाकर 7 साल कर दिया गया और वह अगले साल से क्रिकेट खेल सकते हैं. हालांकि 2020 तक श्रीसंत की उम्र 37 साल हो जाएगी. डी के जैन ने कहा कि बीसीसीआई का बैन श्रीसंत पर 13 सितंबर 2019 से लागू हुआ था. इस साल की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट की बैंच ने मामले की सुनवाई करते हुए इसे 3 महीने में निपटाने का आदेश दिया था.
श्रीसंत हमेशा अपने ऊपर लगे आरोपों से इंकार करते रहे हैं. श्रीसंत ने टीम इंडिया के लिए 27 टेस्ट, 53 वनडे और 10 ट्वेंटी-ट्वेंटी खेलते हुए 169 विकेट लिए हैं. टीम इंडिया के लिए श्रीसंत ने अपना आखिरी मुकाबला साल 2011 में खेला था.