नई दिल्ली: फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले जा रहे तीसरे और निर्णायक टेस्ट मैच के चौथे दिन मंगलवार को भारत ने श्रीलंकाई टीम को पहली पारी में 373 रनों पर ही सीमित कर दिया. भारत के पास अभी भी पहली पारी के आधार पर 163 रनों की बढ़त है. तीसरे दिन सोमवार को मेहमान टीम ने दिन का अंत नौ विकेट के नुकसान पर 356 रनों के साथ किया था.
चौथे दिन भारत को उसे ऑल आउट करने के लिए सिर्फ एक विकेट की दरकार थी, जिसे ईशांत शर्मा ने दिन के छठे ओवर में उसकी झोली में डाला.
ईशांत ने श्रीलंकाई कप्तान दिनेश चंडीमल को अपना जन्मदिन बना रहे शिखर धवन के हाथों थर्डमैन पर कैच कराया. लक्षण संदाकान बिना खाता खोले नाबाद लौटे.
मेहमान टीम की तरफ से चंडीमल ने सबसे ज्यादा 164 रन बनाए. यह उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी है. चंडीमल ने तीसरे दिन का अंत 147 रनों के साथ किया था. उन्होंने चौथे दिन 130.4 ओवर में मोहम्मद शमी की गेंद पर एक रन लेकर अपने 150 रन पूरे किए. चंडीमल ने अपनी पारी में 361 गेंदों पर 21 चौके और एक छक्का लगाया.
पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने 111 रनों की पारी खेली. वह तीसरे दिन श्रीलंका के दिन के पहले और कुल चौथे विकेट के रूप में आउट हुए थे. मैथ्यूज और चंडीमल ने चौथे विकेट के लिए 181 रनों की साझेदारी करते हुए श्रीलंका संकट से उबारा था. इस जोड़ी के टूटने के बाद भारतीय गेंदबाजों ने पलटवार करते हुए तीसरे दिन के आखिरी सत्र में पांच विकेट चटका कर मेहमान टीम को बैकफुट पर भेज दिया था.
भारत की तरफ से रविचंद्रन अश्विन और ईशांत ने तीन-तीन विकेट लिए. वहीं मोहम्मद शमी, रवींद्र जडेजा को दो-दो विकेट मिले.
भारत ने दूसरे दिन अपनी पहली पारी सात विकेट के नुकसान पर 536 रनों पर घोषित कर दी थी. हालांकि दूसरे दिन काफी ड्रामे के बाद भारत ने अपनी पारी घोषित की थी. श्रीलंकाई टीम के खिलाड़ियों द्वारा प्रदूषण की शिकायत करने के बाद दूसरे दिन के दूसरे सत्र में तीन बार दिन का खेल रोक दिया गया था. इससे परेशान होकर भारतीय कप्तान ने पारी घोषित कर दी थी.
भारत ने कप्तान विराट कोहली (243) के रिकार्ड दोहरे शतक, मुरली विजय (155), रोहित शर्मा (65) की बेहतरीन पारियों के दम पर आसानी से 500 का आंकड़ा पर कर लिया था और वह विशाल स्कोर की ओर बढ़ रही थी, लेकिन श्रीलंकाई खिलाड़ियों की बार-बार प्रदूषण की शिकायत के चलते खेल रोके जाने के कारण भारतीय टीम प्रबंधन ने पारी घोषित करने का फैसला किया था.