वानखेड़े में श्रीलंकाई टीम को टीम इंडिया से मिली हार के 9 साल से ज्यादा समय बाद, श्रीलंका ने 2011 विश्व कप फाइनल में अपनी हार की औपचारिक जांच शुरू कर दी है. श्रीलंकाई सलामी बल्लेबाज उपल थरंगा, जिन्होंने फाइनल में 20 गेंदों पर दो रन बनाए, उनको जांचकर्ताओं ने बुलाया और उनका बयान दर्ज किया. वहीं 1996 विश्व कप विजेता हीरो अरविंदा डी सिल्वा की 6 घंटे के तुरंत बाद था अब टीम के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा से भी पूछताछ होगी.


यह उम्मीद की जा रही है कि जांच में किसी भी भारतीय, खिलाड़ी या अधिकारी से पूछताछ या बयान दर्ज करना शामिल नहीं होगा. उस समय के खेल मंत्री, सरकार के मंत्री महिंदानंदा अलुथगामगे बयान के बाद जांच शुरू की गई थी, उन्होंने आरोप लगाया कि श्रीलंका ने अप्रैल 2011 में फाइनल मैच जानबूझकर हारा था.


इस मामले के बाद महेला जयवर्धने और उस दौरान टीम के कप्तान रहे कुमारा संगकारा दोनों ने इस जांच को बकवास बताया और इसे राजनीति से प्रेरित बताया. संगकारा ने वर्ल्ड कप हार के बाद कप्तान के रूप में इस्तीफा दे दिया था और जयवर्धने ने पदभार संभाला था. ऐसे में अब संगकारा को भी इस मामले को लेकर पूछताछ के लिए बुलाया गया है.


श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए जयवर्धने के शानदार शतक (नाबाद 103) के बाद फाइनल में 274/6 रन बनाए थे. भारत ने अपने सलामी बल्लेबाजों को सस्ते में खो दिया लेकिन गौतम गंभीर, विराट कोहली और कप्तान एमएस धोनी ने भारत के लिए जीत दर्ज किया. विश्व कप जीतने के लिए धोनी की आखिरी गेंद पर छक्का मारना 2011 विश्व कप का सबसे प्रतिष्ठित क्षण था, जिसे भारत ने 28 साल बाद जीता था.