नई दिल्ली: श्रीलंका के सीनियर खिलाड़ियों ने जैसे जैसे इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा टीम की हालत पस्त होती चली गई. नतीजा ये हुआ कि टीम न तो विदेश दौरे पर कमाल कर पा रही थी और न ही अपनी घरती पर मैच जीत पा रही थी. ऐसे में टीम को बेहद कमजोर टीम से मुकाबले करने पड़ रहे थे तो वहीं टीम को उस सूची में गिना जाने लगा था जो टीम लगातार हारती है. पूर्व खिलाड़ी बार बार यही कह रहे थे कि टीम में बड़े बदलाव की जरूरत है. ऐसे में अब टीम को मिकी आर्थर का साथ मिला है और कोच का अगला टारगेट अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया में खेला जाने वाला टी20 वर्ल्ड कप है.


फिलहाल श्रीलंकाई टीम अपनी तैयारी पर फोकस करेगी तो वहीं दूसरी टीमों के साथ मैच खेलकर टीम अपनी खोई हुई लय को वापस पाने की कोशिश करेगी क्योंकि वनडे और टेस्ट के मुकाबले श्रीलंकाई टीम के लिए टी20 एक छोटा फॉर्मेट होगा जहां टीम कमाल कर सकती है.


श्रीलंका क्रिकेट टीम के कोच मिकी आर्थर ने कहा है कि टी-20 टीम को खुद को हालात के अनुसार ढालने की जरूरत है और साथ ही साथ उसे विश्व कप से पहले जीत का तरीका भी खोजना होगा. आर्थर ने कहा, "हमारी टी-20 टीम को फाइन-ट्यूनिंग की जरूरत है. मजबूत विंडीज के खिलाफ हमें इसकी जरूरत महसूस हुई है क्योंकि हम उनके खिलाफ खेल के हर विभाग में दोयम साबित हुए."


श्रीलंका की टीम ने 2014 में टी-20 विश्व कप जीता था और अब वह एक बार फिर यह खिताब जीतने का प्रयास करेगी. बीते महीने श्रीलंकाई टीम को विंडीज के खिलाफ दो मैचों की सीरीज में बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था. आर्थर ने बीते साल दिसम्बर में श्रीलंकाई टीम का कोच पद सम्भाला था. उनकी देखरेख में इस टीम को अपने घर में इंग्लैंड का सामना करना था लेकिन कोविड-19 के कारण यह सीरीज रद्द कर दी गई.