स्टुअर्ट ब्रॉड वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट से बाहर होने के बाद "निराश और क्रोधित महसूस कर रहे हैं. वहीं इंग्लैंड की क्रिकेट टीम में अपने भविष्य के बारे में आश्वासन भी मांगा है. 34 वर्षीय तेज गेंदबाज, जिसने 138 टेस्ट कैप जीते और देश की सर्वकालिक विकटों की सूची में दूसरे स्थान पर रहे. उन्हें उस दौरान टीम से बाहर कर दिया गया जब इंग्लैंड ने जेम्स एंडरसन, जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड के तेज आक्रमण का विकल्प चुना.


ब्रॉड ने पिछले 51 घरेलू टेस्ट खेले थे, 2012 में वापस उन्हें एक मैच में आराम दिया गया था. इसके बाद 2019 एशेज श्रृंखला और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वो टीम की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे.


ब्रॉड ने कहा, "मैं विशेष रूप से भावुक व्यक्ति नहीं हूं, लेकिन मैंने पिछले कुछ दिनों को काफी कठिन पाया." "यह कहने के लिए कि मैं निराश हूँ, एक ख़ामोशी होगी. मेरे लिए ये कहना काफी कठिन होगा क्योंकि मैंने पिछले कुछ सालों में टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया है.


ब्रॉड ने आगे कहा कि उनकी नेशनल सेलेक्टर एड स्मिथ से बात हुई है जिसके बाद वो ठीक महसूस कर रहे हैं. वहीं टीम के कप्तान स्टुअर्ड ब्रॉड का कहना था कि उनकी टीम की प्लानिंग इस बार तीन तेज आक्रमण गेंदबाजों के साथ पहले टेस्ट में जाने की योजना है.