नई दिल्ली: पूर्व भारतीय मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ सुब्रमण्यम बद्रीनाथ घरेलू क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ियों में शामिल किए जाते हैं. हालांकि, इसके बावजूद वह भारत के लिए सिर्फ 10 इंटरनेशनल मैच ही खेल सके. भारत के लिए जून 2011 में आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मुकाबला खेलने वाले बद्रीनाथ ने बताया कि आखिरी क्यों घरेलू क्रिकेट में इतने कीर्तिमान स्थापित करने के बावजूद उन्हें भारत के लिए ज्यादा मौके नहीं मिल सके.


इस कारण मुझे नहीं मिल सके ज्यादा मौके- बद्रीनाथ


एक अंग्रेज़ी अखबार को दिए इंटरव्यू में बद्रीनाथ ने कहा कि उन्होंने भारतीय टीम में जगह बनाने की हरसंभव कोशिश की. लेकिन टीम में पहले से सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर और युवराज सिंह जैसे बेहतरीन बल्लेबाजों के होने के कारण उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिल सके.


बद्रीनाथ ने कहा, 'मुझे बल्लेबाज़ी के साथ-साथ गेंदबाज़ी पर भी ध्यान देना चाहिए था. अगर मैं ऐसा कर पाता तो शायद भारत के लिए ज्यादा मैच खेल सकता था. मैं एक अच्छा स्पिनर था और मैंने काफी विकेट भी हासिल किए हैं. बल्लेबाज़ी में मैंने अपना बेस्ट दिया, लेकिन अगर मैं एक ऑलराउंडर के तौर पर टीम में जगह बनाता तो छह या सात नंबर पर लंबे समय तक खेल सकता था.'


इस पूर्व दिग्गज बल्लेबाज़ ने आगे कहा कि टीम में पहले से ही सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर और युवराज सिंह जैसे दिग्गज बल्लेबाज़ मौजूद थे और सभी का स्थान सुनिशचित था. इस कारण एक बल्लेबाज़ के रूप में मुझे ज्यादा मौके नहीं मिले. बल्लेबाज़ी की बात करूं तो मैं इससे ज्यादा नहीं कर सकता था.


भारत के लिए सिर्फ दो टेस्ट ही खेल सके बद्रीनाथ


क्लासिकल बल्लेबाज़ एस बद्रीनाथ को भारत के लिए सिर्फ दो टेस्ट, सात वनडे और एक टी20 इंटरनेशनल मैच खेलने का मौका मिला. टेस्ट में एक अर्धशतक के साथ बद्री ने 63, वनडे में 79 और एकमात्र टी20 में 43 रन बनाए. हालांकि, आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में बद्री गातार अच्छा प्रदर्शन करते रहे. लेकिन टीम में पहले से ही दिग्गज बल्लेबाज़ होने की वजह से उनका मौका नहीं मिला.


ऐसा रहा बद्रीनाथ का घरेलू करियर


बद्री के नाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट में दस हजार से अधिक रन हैं. उन्होंने 145 मैचों में 54.49 की शानदार औसत से 10,245 रन बनाए हैं. इस दौरान उनके बल्ले से 32 शतक और 45 अर्धशतक निकले हैं. वहीं, लिस्ट ए करियर के 144 मैचों में बद्री ने छह शतकों की मदद से 4,164 रन बनाए.


यह भी पढ़ें- 


ENG Vs WI 2nd Test: जानें कैसा रहा चौथे दिन का हाल और पांचवें दिन किसे मिल सकती है जीत


नेशनल हेड कोच पी गोपीचंद बोले- भारत में बैडमिंटन तेजी से उभरता हुआ खेल, भविष्य भी है उज्ज्वल