पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने कहा है कि विराट कोहली को अगर खुद को साबित करना है तो उन्हें अपनी कप्तानी साबित करनी होगी. विराट कोहली ने कप्तान के रूप में कुछ सबसे बड़ी जीत हासिल की है और 2016 में कप्तानी की टोपी मिलने के बाद कई रन अपने नाम किए हैं. सुनील गावस्कर का मानना ​​है कि दिल्ली में जन्में क्रिकेटर को अपनी विरासत को मजबूत करने के लिए विश्व कप अर्जित करना होगा.


विराट कोहली ने 2019 विश्व कप में अपने पहले 50 ओवर के विश्व कप में कप्तान के रूप में एंट्री की जहां टीम में कई बड़े खिलाड़ी भी शामिल थे. टीम इंडिया ने अपने प्रदर्शन के दम पर ग्रुप स्टेज में टॉप किया, जिससे इंग्लैंड को एकमात्र नुकसान हुआ. हालांकि, वे कम-स्कोरिंग खेल में न्यूजीलैंड से हारकर, सेमीफाइनल में टूर्नामेंट से बाहर हो गए. कोहली और रोहित शर्मा की शानदार जोड़ी अहम मुकाबले कमाल नहीं कर पाई.


सुनील गावस्कर ने माना कि एक कप्तान को विश्व चैंपियनशिप / विश्व कप से पहचान मिलती है. उन्होंने स्वीकार किया कि एशिया कप जीतना एक शानदार उपलब्धि है; हालांकि, नेता को दुनिया पर विजय प्राप्त करने की आवश्यकता होती है और ये वह तरीका है जिससे उनका कद बढ़ता है.


70 वर्षीय ने कहा कि टीम इंडिया के बल्लेबाजी के टॉप 3 बल्लेबाज दुनिया के टॉप में आते हैं हालांकि यहां कई बल्लेबाजों को मिडल ऑर्डर में अपने आप को साबित करने का मौका नहीं मिला है. इसलिए, एक बड़े मैच में जब टॉप तीन बिखर जाते हैं तो हम मिडल ऑर्डर को दोषी नहीं मान सकते.


गावस्कर ने कहा कि आपके पास टॉप तीन मजबूत हैं लेकिन अगर मिडल ऑर्डर कमजोर है तो आप बड़े मौके पर फेल हो सकते हैं जैसे वर्ल्ड कप में हुआ था इसलिए हमें टॉप के साथ मिडल भी मजबूत करना होगा.