सुनील गावस्कर इसी बात पर काफ़ी नाराज़ हुए. गावस्कर ने साफ किया कि जब टीम के खिलाड़ी और कप्तान की पसंद से ही कोच चुना जाना है तो फिर इस सलाहकार समिति की क्या ज़रूरत. सीधे वेस्टइंडीज़ में मौजूद खिलाड़ियों से और कप्तान कोहली से पूछ लें कि वे किसे चाहते हैं. इससे काफी लोगों का समय बचेगा. गौरतलब है कि जबसे मुद्दा सामने आया है तबसे सुनील गावस्कर ने अनिल कुंबले के पक्ष में बयान दिया है. उन्होंने यह भी कहा है कि विराट कोहली को भी बयान देकर सब कुछ साफ कर देना चाहिए.
क्या टीम इंडिया को डांटना अनिल कुंबले को पड़ा भारी:
गौरतलब है कि पाकिस्तान के खिलाफ 180 रनों की शर्मनाक शिकस्त के बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने भले ही पाकिस्तान की जमकर तारीफ की लेकिन कुंबले ने मैच के बाद कड़ी क्लास लगाई. खबरों के मुताबिक अनिल कुंबले ने टीम के कई खिलाड़ियों को खूब डांट लगाई और कहा कि हर किसी का खेल फाइनल में उम्मीद से कम स्तर का था. माना जा रहा है कि यही कुंबले की रवानगी की अंतिम वजह बना.
आइए जानते हैं कि हुआ क्या?
कुंबले को इस बात से और गुस्सा आया कि मैच के बाद खिलाड़ियों के चेहरे पर हार का गम बिल्कुल भी नहीं था और वह मैदान पर पाकिस्तान के खिलाड़ियों के साथ हंसी मजाक कर रहे थे. अनिल कुंबले ने ड्रेसिंग रूम में टीम के गेंदबाजों की खूब क्लास लगाई और उन्हें कहा कि टीम में बने रहने के लिए ऐसा प्रदर्शन काम नहीं आएगा. कुंबले की ये कड़वी बातें कप्तान विराट कोहली को पसंद नहीं आईं, क्योंकि कोहली का मानना था कि खिलाडियों ने कोशिश तो पूरी की थी पर उस दिन पाकिस्तान की टीम हर लिहाज से बेहतर थी. पर कुंबले कोहली की इस दलील को मानने के लिए तैयार नहीं थे.
बस फिर क्या था? इस झगड़े ने कोहली-कुंबले विवाद में ताबूत में आखिरी कील का काम किया. अगले दिन कुंबले जब बीसीसीआई के अधिकारियों से मिले तो कुंबले को ये साफ कर दिया गया कि कोहली उन्हें अब टीम का कोच नहीं चाहते. कुंबले ने उसी समय टीम के कोच पद से इस्तीफा देने का मन बना लिया.